Bollywood अदाकारा ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया पोस्ट, कहा रहे सावधान
फिल्मजगत में अपनी फिटनेस, डांस और अदाओं के लिए Bollywood मशहूर शेट्टी सिस्टर्स में से एक शमिता शेट्टी का वीडियो अभी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने एंडोमेट्रियोसिस नामक बिमारी के बारे में बताते हुए महिलाओं के लिए एक मैसेज भी दिया है।
शरारा -शरारा गाने पर डांस करके लोगों का दिल जीतने वाली इस पॉपुलर Bollywood अभिनेत्री ने कई फिल्मों में काम किया है, जिसमे से कुछ इस प्रकार हैं – मोहब्बतें, जहर, मेरे यार की शादी है, फरेब आदि।
45 वर्षीय Bollywood अदाकारा ने हॉस्पिटल से अपनी बहन शिल्पा शेट्टी के साथ एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सभी औरतों को सावधान करते हुए कहा कि एंडोमेट्रियोसिस की समस्या 40% महिलाओं में होती है जिसकी वजह से उन्हें काफी दर्द का सामना करना पड़ता है। लेकिन ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पता भी नहीं होता है इसलिए आपको अगर दर्द महसूस हो तो उसे नज़रअंदाज किये बगैर डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट करवाएं।
क्या है
एंडोमेट्रियोसिस ?
इस बिमारी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर चंचल शर्मा ने बताया कि एंडोमेट्रियोसिसयूटेरस से सम्बंधित एक रोग है जिसमे महिला के गर्भाशय से बाहर एंडोमेट्रियल टिश्यू की बढ़ोतरी होने लगती है। यह किसी भी महिला के प्रजनन अंगों को प्रभावित कर सकता है।
आमतौर पर पीरियड्स के दौरान गर्भाशय से एंडोमेट्रिअल टिशू का निष्कासन ब्लड के रूप में हो जाता है लेकिन जब यह बढ़कर शरीर के अन्य भागों में फ़ैल जाता है फिर इसका निष्कासन मुश्किल होता है और यही आपके लिए समस्या पैदा कर सकती है।
आप खुद से कैसे पता कर सकती हैं एंडोमेट्रिओसिस के बारे में ?
महिलाओं को अपने शरीर के बारे में सचेत रहना चाहिए और ऐसे किसी भी लक्षण के दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए : सेक्स के दौरान असहनीय दर्द महसूस करना, पीरियड्स के समय बहुत ज्यादा दर्द होना, थकान महसूस करना।
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एंडोमेट्रियोसिस का आयुर्वेदिक इलाज है संभव
बातचीत को आगे बढ़ाते हुए आयुर्वेदिक डॉ चंचल शर्मा ने बताया कि एंडोमेट्रियोसिस का आयुर्वेदिक इलाज उपलब्ध है, इसलिए आपको अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है। आयुर्वेदा में बिना किसी सर्जरी के आयुर्वेदिक दवाइयों, थेरेपी, डाइट, एक्सरसाइज के द्वारा आपका इलाज किया जाता है। आयुर्वेदा में उपलब्ध मालिश और पंचकर्म पद्धति के द्वारा शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाला जाता है। आयुर्वेदिक उपचार में आपकी बीमारी के कारणों की पड़ताल करते हुए उसे जड़ से समाप्त किया जाता है और इसकी सफलता दर भी 90% तक दर्ज की गयी है।
क्या एंडोमेट्रिओसिस की शिकार महिलाएं माँ बन सकती हैं ?
अक्सर महिलाओं के मन में यह अवधारणा रहती है कि एंडोमेट्रिओसिस की शिकार हुईं महिलाएं कभी माँ नहीं बन सकती है लेकिन यह सच नहीं है बल्कि आयुर्वेदा के अनुसार यह रोग आपके शरीर में वात, पित्त और कफ के संतुलन में बदलाव आने का नतीजा है। इसलिए आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से उस संतुलन को बनाए रखने की कोशिश की जाती है जिसके बाद आप नैचुरली भी कंसीव कर सकती हैं।