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बदरी-केदार धाम में VIP दर्शन से BKTC ने कमाए 91 लाख से अधिक, अभी बढ़ सकता है आंकड़ा

By Alka Tiwari

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badri kedar

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बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में वीआईपी अतिथियों के दर्शन से बीकेटीसी ने अभी तक 91.63 लाख से अधिक की कमाई हुई है। बता दें पहले बार बीकेटीसी की ओर से वीआईपी श्रद्धालुओं से दर्शन के लिए 300 रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। VIP दर्शन से BKTC ने ...

विस्तार से पढ़ें:

बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में वीआईपी अतिथियों के दर्शन से बीकेटीसी ने अभी तक 91.63 लाख से अधिक की कमाई हुई है। बता दें पहले बार बीकेटीसी की ओर से वीआईपी श्रद्धालुओं से दर्शन के लिए 300 रुपए का शुल्क लिया जा रहा है।

VIP दर्शन से BKTC ने कमाए 91 लाख से अधिक

बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि अभी तक केदारनाथ धाम में 8,198 वीआईपी श्रद्धालु और बदरीनाथ धाम में 22,348 हजार वीआईपी श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ में वीआईपी दर्शन से 24,59,400 रुपए का लाभ हुआ है। जबकि बदरीनाथ धाम से 67,04,400 रुपए का लाभ हुआ है।

अन्य बड़े मंदिरों का अध्यन कर लिया फैसला

बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड़ ने बताया कि इस वर्ष यात्राकाल से पहले बीकेटीसी ने देश के चार बड़े मंदिरों श्री वैष्णोदेवी, श्री तिरूपति बाला जी, श्री सोमनाथ और श्री महाकाल मंदिर में विभिन्न व्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए एक- एक अध्ययन दल भेजे थे।

इन दलों ने वहां की व्यवस्थाओं का अध्ययन कर मंदिरों में आने वाले वीआईपी व वीवीआईपी श्रद्धालुओं श्रद्धालुओं से दर्शनों के लिए शुल्क निर्धारित करने का प्रस्ताव रखा था। बीकेटीसी ने अध्ययन दलों के सुझाव पर प्रति व्यक्ति से 300 रूपये निर्धारित किया था।

सीएम धामी की काटी थी पहली पर्ची

बीकेटीसी द्वारा नयी व्यवस्था कायम किए जाने के बाद वीआईपी व वीवीआईपी के नाम पर अनावश्यक रूप से दर्शनों के लिए घुसने वालों पर भी रोक लगी है। बीकेटीसी ने इस नई व्यवस्था की शुरुवात इस साल केदारनाथ धाम से शुरू की थी।

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केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर बीकेटीसी ने पहली पर्ची मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की काटी थी। सीएम धामी ने 300 रूपये का शुल्क चुका कर दर्शन किये थे।

Alka Tiwari

अलका तिवारी, उत्तराखंड की वरिष्ठ महिला पत्रकार हैं। पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। प्रिंट मीडिया के विभिन्न संस्थानों के साथ ही अलका तिवारी इलेक्ट्रानिक मीडिया, दूरदर्शन व रेडियो में भी सक्रिय रहीं हैं। मौजूदा वक्त में डिजिटल मीडिया में सक्रियता है।