शिमला : विधानसभा चुनावों के बीच आयकर विभाग द्वारा शिमला व सोलन के शराब कारोबारियों पर शिकंजा कसा गया है। आयकर विभाग की जांच टीम ने शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापामारी कर बड़ी संख्या में नकदी व जेवरात जब्त किए हैं।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग की टीमों ने शराब कारोबारियों के शिमला, सोलन, पंचकूला, नालागढ़ व चंडीगढ़ के ठिकानों पर छापामारी कर 3 करोड़ रुपए नकद, करीब 6 करोड़ के जेवर (सर्राफा समेत) और सोने के बिस्कुट जब्त किए। बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच आयकर विभाग की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। बीते शुक्रवार को आयकर विभाग की छापेमारी का दौर शुरू हुआ था और 3 दिन तक लगातार छापामारी का दौर जारी रहा। इस बीच आयकर विभाग की टीम को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है।
आयकर विभाग की जांच टीमें संबंधित शराब कारोबारियों की संपत्ति के दस्तावेजों की जांच कर रही हैं और जांच टीमों को कारोबारियों द्वारा टैक्स चोरी किए जाने की आशंका है। सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग की छापेमारी अब पूरी हो गई है। आयकर विभाग द्वारा की गई जांच में संबंधित शराब कारोबारियों के रिकार्ड में काफी अनियमितताएं पाई गई हैं। दस्तावेजों को खंगालने के बाद आयकर विभाग आगामी कार्रवाई अमल में लाएगा। सूचना के अनुसार आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी से संबंधित रिपोर्ट राज्य निर्वाचन आयोग को भी सौंपी है।
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग की टीमों ने बीते शुक्रवार को शिमला के अलावा कोटखाई, सिरमौर, सोलन, परवाणु व पंचकूला में छापामारी की थी। सूत्रों के अनुसार अघोषित आय के माध्यम से करोड़ों रुपए की अचल संपत्तियों में निवेश का पता चला था और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। और यह पता चला है कि आयकर अधिनियम, 1961 के तहत अघोषित आय और संपतियों में अन्य बेनामी संबंधित निवेशों से कई और टैक्स चोरी का खुलासा होने की संभावना है। आयकर विभाग की छापेमारी अभियान में 200 से अधिक आयकर अधिकारी और सी.आर.पी.एफ. के कई जवान शामिल हैं। उन्होंने शराब कारोबारियों के अलग-अलग ठिकानों पर तलाशी ली और रिकार्ड कब्जे में लिया।