BABA TARSEM SINGH मामले में हत्या का मुख्य आरोपी सोशल मीडिया की मदद से पुलिस को गुमराह कर रहा था। यही नहीं पुलिस से बचने के लिए अमरजीत ने यूपी से पंजाब तक कई ठिकाने बदले मगर बाइक का सहारा नहीं छोड़ा। आरोपित बिना नंबर प्लेट की बाइक से ही हत्या कर फरार हुआ और इसी बाइक से एनकाउंटर में मारा गया। आरोपित की नेपाल, बांग्लादेश और कनाडा भागने की भी आशंका जताई जा रही थी।
BABA TARSEM SINGH: बिना नंबर प्लेट की बाइक से भाग रहा था अमरजीत
BABA TARSEM SINGH के हत्यारे अमरजीत सिंह और उसका साथी सर्बजीत सिंह यूपी के पीलीभीत होते हुए शाहजहांपुर में पनाहगारों के पास पहुंचे थे। इसके बाद वे पुलिस से बचने के लिए ठिकाने बदलते रहे। जानकारी के अनुसारआरोपी इसी बाइक से यूपी के कईं हिस्सों से होता हुआ पंजाब भी गया था। लेकिन पुलिस की पंजाब में अति सक्रियता के चलते उसे पंजाब छोड़ना पड़ा था। आरोपित हरिद्वार से मुरादाबाद की ओर सुरक्षित जगह जा रहा था। लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया और एनकाउंटर में मारा गया।
Baba Tarsem Singh Murder: मुठभेड़ में मारा गया हत्यारा, लगीं 8 गोलियां
आरोपित पर था एक लाख का ईनाम घोषित
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि अमरजीत के साथ बाइक पर फरार होने वाला दूसरा व्यक्ति सर्बजीत ही था या कोई और व्यक्ति। पुलिस टीम उस रूट पर लगे सीसीटीवी कमरे खंगाल रही है। ताकि आरोपित को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। बता दें दोनों आरोपियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। BABA TARSEM SINGH की हत्या के बाद से ही दोनों हत्यारों की तलाश में पुलिस अलग-अलग राज्यों में दबिश दे रही थी।
सोशल मीडिया से कर रहे थे पुलिस को गुमराह
दोनों आरोपियों के विदेश जाने की आशंका जताई जा रही थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों शार्प शूटरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश भी की थी। कभी बदमाशों ने सोशल मीडिया एकाउंट के माध्यम से अपनी लोकेशन बांग्लादेश की राजधानी ढाका दिखाई तो कभी दोनों के नेपाल और कनाडा भागने की भी चर्चाएं होती रहीं। हालांकि आरोपित हरिद्वार में ही पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढेर हो गया।