नाहन : उपायुक्त सिरमौर आर.के. गौतम ने कहा कि संभावित आपदा से निपटने के लिए आम जन को आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित जरूरी जानकारियां समय-समय पर दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा के समय यदि हम सब सतर्क रहें और जरूरी एहतियात बरतें तो जान और माल के नुकसान को कम किया जा सकता है।
उपायुक्त सोमवार को नाहन में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और जिला आपदा प्रबन्धन अभिकरण के संयुक्त तत्वावधान में सिरमौर जिला में 10 अप्रैल से 24 अप्रैल तक आयोजित क्षेत्र परिचय अभ्यास (एरिया फैमिलियेराइजेशन एक्सरसाईज) कार्यक्रम के समापन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र परिचय अभ्यास कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगों, स्कूलों, पंचायतों आदि क्षेत्रों में आपदा के सम्बन्ध में जागरूकता अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र परिचय अभ्यास कार्यक्रम में एनडीआरएफ के जवानों ने जिला की भौगोलिक स्थिति, संवेदनशील क्षेत्र, अस्पताल, स्कूल आदि का सर्वे किया तथा आपातकाल प्रबन्धन से सम्बन्धित जरूरी सूचनाएं भी एकत्रित की और इससे जिला में संभावित आपदा से निपटने में बहुत सुविधा मिलेगी। जिला के विभिन्न विकास खंडों के तहत स्कूलांे और कॉलेजों में एनडीआरएफ की टीमों द्वारा शीघ्र ही जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों, महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने विभिन्न शिक्षण संस्थानों में स्कूल सेफटी अभियान के तहत आपदा प्रबन्धन को भी शामिल करने के लिए कहा ताकि आपदा के दौरान बरते जाने वाले जरूरी ऐहतियात की जानकारी विद्यार्थियों को मिल सके।
एनडीआरएफ के जवानों द्वारा क्षेत्र परिचय कार्यक्रम 10 अप्रैल से लेकर 12 अप्रैल तक संगड़ाह उप मंडल, 13 अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल तक पांवटा उप मंडल, 16 अप्रैल से लेकर 18 अप्रैल तक कफोटा उप मंडल, 19 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल तक शिलाई उप मंडल तथा 22 अप्रैल से 24 अप्रैल तक संगड़ाह उप मंडल में आयोजित किये गए। इस दौरान एनडीआरएफ की टीमों ने कालाआम और पांवटा क्षेत्र के विभिन्न उद्योगों के अलावा जिला की पंचायतों और स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किये।