केलांग : लाहौल घाटी के झोलिंग गांव के समीप जबेन नाला में सोमवार को हिमस्खलन हुआ है। हिमस्खलन से चिनाव नदी का बहाव करीब एक घंटे तक रुका रहा। वहीं मनाली स्थित हिम और हिमस्खलन अध्ययन संस्थान (सासे) ने कुल्लू और लाहौल में हिमखंड व हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। वहीं ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है।
रोहतांग और स्पीति घाटी बर्फ से लकदक हो गई है। शिमला के जाखू में हल्की बर्फबारी हुई है। वहीं कुफरी, खड़ापत्थर, किन्नौर और कुल्लू घाटी में भी हिमपात हुआ है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश मैदानी क्षेत्रों में रविवार रात से बारिश का दौर जारी है। शिमला के नारकंडा में ताजा हिमपात होने से एनएच-पांच पर यातायात ठप हो गया है।
प्रदेश में आज भी भारी बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। एक फरवरी तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। वहीं बारिश-बर्फबारी से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बर्फबारी के चलते तीन नेशनल हाईवे समेत 481 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई है। लाहौल-स्पीति जिले में सबसे ज्यादा 177 सड़कों पर आवाजाही बंद है। चंबा जिले में 14, किन्नौर में 72, कांगड़ा में 2, कुल्लू में 1, मंडी में 19 , सिरमौर में 6 और शिमला में 190 सड़कें अवरुद्ध हैं।
प्रदेश भर में 2223 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। बिजली ट्रांसफार्मर ठप होने से हजारों गांव अंधेरे में डूबे गए हैं। चंबा जिले में 137, किन्नौर में 272, कुल्लू जिले में 232, लाहौल-स्पीति में 130, मंडी में 327, शिमला में 610, सिरमौर में 444 और ऊना में 71 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। 19 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं। चंबा में 17 और लाहौल-स्पीति में 2 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं।