कैनबरा : अपने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज से मुलाकात और व्यापक बातचीत की। दोनों नेताओं में रिन्यूएबल एनर्जी, व्यापार और रक्षा के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने को लेकर लंबी बातचीत हुई।
पीएम मोदी ने जानकारी दी है कि दोनों नेताओं ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री अल्बनीज और मैंने पहले भी ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले और अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों के मुद्दे पर चर्चा की है। हमने आज भी इस मामले पर चर्चा की।’ उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने उन्हें इस तरह की तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम ऐसे किसी भी तत्व को स्वीकार नहीं करेंगे जो भारत-ऑस्ट्रेलिया के मैत्रीपूर्ण और मजबूत संबंधों को अपनी गतिविधियों या विचारों से नुकसान पहुंचाता है। प्रधानमंत्री अल्बनीज ने आज मुझे एक बार फिर आश्वासन दिया है कि वह भविष्य में भी ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।’ बीते कुछ महीनों में ऑस्ट्रेलिया के हिंदू मंदिरों पर हमलों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान समर्थक लगातार हिंदू मंदिरों को निशाना बना रहे हैं।
मार्च में ब्रिस्बेन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला कर दिया था। यह गत दो महीनों में ऑस्ट्रेलिया के मंदिरों पर हमले की चौथी घटना थी। वार्ता से पहले पीएम मोदी को एडमिरल्टी हाउस में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एक दिन पहले पीएम मोदी ने सिडनी के एक मेगा इवेंट में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। एरिना स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में अल्बनीज भी मौजूद थे।
पीएम मोदी के संबोधन से पहले अल्बनीज ने उन्हें ‘बॉस’ कहकर संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में भारत की उपलब्धियां गिनाईं और भारत-ऑस्ट्रेलिया के मजबूत संबंधों का जिक्र किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीयों को देश का ‘कल्चरल एंबेसडर’ बताया। पीएम मोदी ने ब्रिस्बेन में भारतीय कॉन्सुलेट खोलने की घोषणा भी की है। दोनों नेताओं के बीच बुधवार को हुई बातचीत में आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर खासा जोर दिया गया।