धर्मशाला : हिमाचल में मानसून के दौरान 24 जून से आई भारी प्राकृतिक आपदा के बाद प्रदेश सरकार के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने केंद्र को 9902 करोड़ के नुकसान का ब्योरा भेजा। जिसके एवज में प्रदेश को महज 200 करोड़ मिले। आपदा के बाद एहतियातन सरकार ने कई गंभीर कदम उठाए। आपदा के दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रभावितों तक खाने पीने की चीजें पहुंचाने के लिए वायु सेना का सहयोग लिया गया है। इसके अलावा तैयारियों की समीक्षा के लिए मॉकड्रिल करवाई गई हैं। कुल्लू और किन्नौर जिले में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
डैम प्रबंधनों के साथ अर्ली वार्निंग बंदोबस्त को लेकर बैठकें की हैं। राजस्व विभाग की ओर से राहत कार्यों के लिए जिलों को 847.73 करोड़ जारी किए गए हैं। मंत्रियों की अगुवाई में टीमों का गठन किया गया है। मनाली, सैंज और मनीकरण से 70 हजार सैलानियों और 10 हजार वाहनों को निकाला गया है। गायब हुए लोगों को तलाशने के लिए 20 सदस्यीय विशेष दल गठित किया गया है। गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा के प्रश्न के जवाब में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने यह जानकारी दी।