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आशीष विद्यार्थी का 19 जून को 58वां बर्थडे है, पहली ही फिल्म के लिए जीता था नेशनल अवॉर्ड

By Sushama Chauhan

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दिल्ली: आशीष विद्यार्थी का नाम जुबां पर आते ही 90 के दशक के उस विलेन का चेहरा सामने आ जाता है, जिसे स्क्रीन पर देख दर्शक भी सहम जाते थे। दिल्ली में जन्मे आशीष विद्यार्थी ने जब फिल्मी दुनिया में नाम कमाने के लिए मुंबई का रुख किया था, तो ...

विस्तार से पढ़ें:

दिल्ली: आशीष विद्यार्थी का नाम जुबां पर आते ही 90 के दशक के उस विलेन का चेहरा सामने आ जाता है, जिसे स्क्रीन पर देख दर्शक भी सहम जाते थे। दिल्ली में जन्मे आशीष विद्यार्थी ने जब फिल्मी दुनिया में नाम कमाने के लिए मुंबई का रुख किया था, तो सोचा भी नहीं था कि पैर जमा पाएंगे।

लेकिन आशीष विद्यार्थी ने बॉलीवुड में टॉप स्टार्स और अन्य कलाकारों के बीच अपना नाम चमका दिया। पहली ही फिल्म के लिए एक्टर ने नेशनल अवॉर्ड जीतकर सबको चौंका दिया था। लेकिन उनका फिल्मी सफर आसान नहीं रहा। आशीष विद्यार्थी ने जिंदगी में काफी मुश्किलें सहीं। उनके रंग और लुक्स का मजाक उड़ाया गया। एक समय तो ऐसा भी आया था, जब आशीष विद्यार्थी के पास दो साल तक कोई काम काम नहीं था। पर एक्टर ने हिम्मत नहीं हारी।

Ashish Vidyarthi का 19 जून को 58वां बर्थडे है और इस मौके पर ‘मंडे मोटिवेशन’ सीरीज में हम आपको उनके करियर और जिंदगी की इंस्पायरिंग जर्नी के बारे में बारे में बताने जा रहे हैं।

‘जिद्दी’, ‘सोल्जर’, ‘बादल’ और ‘वास्तव’ जैसी कई हिंदी फिल्मों में अपनी दमदार एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले आशीष विद्यार्थी 1992 में मुंबई आए थे। उनकी पहली फिल्म वी.पी मेनन की ‘सरदार’ थी, लेकिन सबसे पहले ‘द्रोहकाल’ रिलीज हुई। इसी फिल्म के लिए आशीष विद्यार्थी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। अपने तीन दशक से भी लंबे करियर में आशीष विद्यार्थी ने 250 से भी ज्यादा फिल्में कीं। उन्होंने करीब 11 भाषाओं में काम किया, जिनमें विलेन के रूप में खूब पसंद किया गया।

हालांकि करियर की शुरुआत में आशीष विद्यार्थी को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ी थीं। लोग उनके रंग और चेहरे-मोहरे का मजाक उड़ाते थे। कुछ तो यह तक कह जाते थे कि वह गुड लुकिंग नहीं हैं। लोग भद्दे और घटिया कमेंट करते थे, जिसके बारे में एक्टर ने एक इंटरव्यू में किया था। आशीष विद्यार्थी ने ‘बॉलीवुड हंगामा’ से कहा था कि तब उनका रंग काला था, जिसे देख लोग फब्तियां कसते थे। एक्टर ने बताया था कि जब वह दिल्ली रहते थे, तो लोग उन्हें उनके रंग से बुलाया करते थे, जिससे उन्हें बेहद बुरा लगता था।

आशीष विद्यार्थी के करियर में ऐसा भी समय आया, जब वह दो साल तक घर पर खाली बैठे और फिल्में नहीं मिल रही थीं। पर एक्टर ने हिम्मत नहीं हारी और खुद को वीडियो ब्लॉग में लगा दिया। साथ ही वह मोटिवेशनल स्पीकर भी बन गए। आशीष विद्यार्थी आज भी फिल्मों में काम कर रहे हैं और साथ में वीडियो ब्लॉग भी बनाते हैं। लेकिन उन्होंने बॉलीवुड से दूरी बनाई हुई है। इसकी क्या वजह है?

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एक्टर ने इस बारे में ‘डीएनए’ को बताया था। आशीष विद्यार्थी ने कहा था कि उन्हें अच्छा काम नहीं मिल रहा था। जिस तरह के खराब किरदार उनके लिए लिखे जा रहे थे, वह उनसे खुश नहीं थे। इसलिए आशीष ने बॉलीवुड से दूरी बना ली। हालांकि एक्टर ने ओटीटी पर खूब काम किया। वह ‘रुद्र: द एज ऑफ डार्कनेस’, ‘क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स’ और ‘पिचर्स सीजन 2’ में नजर आए।

Sushama Chauhan

सुषमा चौहान, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न प्रिंट,ईलेक्ट्रोनिक सहित सोशल मीडिया पर सक्रीय है! विभिन्न संस्थानों के साथ सुषमा चौहान "अखण्ड भारत" सोशल मीडिया पर मोजूदा वक्त में सक्रियता निभा रही है !