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रीडिंग में गड़बड़ी कर थमा दिए पानी के मनमाने बिल, जनता परेशान

By अखण्ड भारत

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Arbitrary water bills given due to disturbances in readings, public upset

विस्तार से पढ़ें:

शिमला में पेयजल उपभोक्ताओं को कंपनी ने पानी के भारी भरकम बिल थमा दिए हैं, मीटर रीडिंग में गड़बड़ी के चलते उपभोक्ताओं को देना पड़ेगा चार गुना ज्यादा बिल

प्रदेश की राजधानी शिमला में पेयजल उपभोक्ताओं को कंपनी ने पानी के भारी भरकम बिल थमा दिए हैं। मीटर रीडिंग में की जा रही गड़बड़ी के चलते उपभोक्ताओं को चार गुना तक ज्यादा बिल आए हैं। शहरवासी परेशान हैं कि हर महीने पेयजल खपत लगभग एक बराबर होने के बावजूद अचानक बिल चार गुना ज्यादा कैसे आ गए। इन बिलों को ठीक करवाने के लिए अब उपभोक्ता कंपनी के चक्कर काट रहे हैं। शहर में कई उपभोक्ताओं के मीटरों से फर्जी रीडिंग लेने का खेल चल रहा है। ईससे जहां कंपनी की कमाई तो बढ़ रही है वही उपभोक्ताओं की जेब ढीली हो रही है। कनलोग के बाद अब न्यू शिमला क्षेत्र से इस तरह की शिकायतें आ रही हैं। न्यू शिमला सेक्टर तीन में रहने वाले चंद्र कुमार को दिसंबर 2021 तक मीटर रीडिंग पर बिल आते रहे। लेकिन इस साल जनवरी से अप्रैल तक हर महीने 415 रुपये मासिक बिल आने लगा। सभी बिलों में पानी की मासिक खपत 20 किलोलीटर दिखाई गई। चंद्र हैरान थे कि हर महीने एक समान बिल कैसे आ सकता है।

पानी की खपत 43 किलोलीटर बताई गई। अचानक चार गुना ज्यादा बिल आने पर कंपनी के न्यू शिमला कार्यालय में शिकायत दी। यहां से मीटर की फोटो मंगवाई गई। इसमें रीडिंग सही निकली। कंपनी ने कहा कि बिल सही है, इसे जमा करवाना होगा। पहले कुछ महीने रीडिंग नहीं ली होगी लेकिन नया बिल जो दिया है, वह रीडिंग के मुताबिक है। इससे पहले भी न्यू शिमला और कनलोग में इस तरह की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। पेयजल कंपनी शहरवासियों को हर महीने पानी के बिल जारी कर रही है। कंपनी का दावा है कि यह बिल मीटर रीडिंग पर जारी होते हैं। लेकिन कई उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग लिए बिना ही उन्हें बिल जारी किए जा रहे हैं। इससे उपभोक्ता को कई महीने तक एक समान बिल आने लगता है। वहीं, तीन चार महीने बाद जब रीडिंग ली जाती है तो इसमें पेयजल खपत ज्यादा मिलती है। अब इस बढ़ी हुई खपत को एक महीने की खपत मानते हुए कंपनी इस पर महंगी दरें लागू कर देती है। 20 किलोलीटर तक 15.95 जबकि इससे अधिक खपत पर 27.50 रुपये प्रति किलोलीटर की दर से बिल वसूला जाता है। रीडिंग के बाद कई उपभोक्ताओं की मासिक पानी की खपत 40 किलोलीटर के पार जा रही है जो सवालों के घेरे में है। 

रीडिंग के नाम पर हो रही गड़बड़ी, कंपनी ठीक करके देगी बिल: एजीएम

कंपनी के एजीएम अनिल जसवाल ने कहा कि इस तरह की शिकायतें आ रही हैं, लेकिन यह बहुत कम हैं। इस बारे में सख्त निर्देश भी जारी किए हैं। इसमें जिन उपभोक्ताओं को कई महीने से एक समान बिल आ रहे हैं, वह चेक करवा सकते हैं, कंपनी इसे ठीक करके देगी।

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