नाहन 23 जनवरी : शिक्षा जीवन की मूलभूत आवश्यकता है और इससे व्यक्ति का सम्पूर्ण विकास संभव है। प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार है और इससे बच्चे को वंचित नहीं किया जाना चाहिए। यह बात विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कमलाड़ में आयोजित वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कही।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा की गुणवत्ता को मजबूत करने के लिये कृतसंकल्प है और ग्रामीण स्कूलों में अध्यापकों के पदों को भरने के प्रयास किए जा रहे हैं। अध्यापकों के 6500 पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है और इन अध्यापकों को दूरदराज के क्षेत्रों में तैनात करके बच्चों को गुणात्मक शिक्षा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों का शहरों की ओर पलायन करना दूरवर्ती क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने समान है और इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। विधानसभा उपाध्यक्ष ने इस अवसर पर 68 लाख रुपये की लागत से बनने वाले स्कूल के अतिरिक्त भवन का भी शिलान्यास किया।
विनय कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार नई बसों की आपूर्ति कर रही है और जैसे ही बसें उपलब्ध होंगी, क्षेत्र में बस फलीट को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने पिछली बरसात के दौरान क्षेत्र में आई भयंकर आपदा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बरसात ने जो जख्म हिमाचल प्रदेश को दिए हैं, उनकी भरपाई करने में समय लगेगा, लेकिन आपदा के दिनों लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी गई। इस अवसर पर विनय कुमार ने शैक्षणिक व अन्य खेल कूद गतिविधियों में उत्कृष्ट स्थान हासिल करने वाले होनहार विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किये। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन हेतु 11 हजार स्कूल प्रबंधन को देने की घोषणा की है।
इससे पूर्व, स्कूल के प्रधानाचार्य अरूण कुमार ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी तथा स्कूल की ओर से विभिन्न मांगे भी रखीं। विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार को स्कूल प्रबंधन की ओर से शॉल-टोपी भेंट कर सम्मानित किया। स्कूल के विद्यार्थियों ने इस अवसर पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।