HomeOnline Quizस्वास्थ्यशिक्षा/नौकरीराजनीतिसंपादकीयबायोग्राफीखेल-कूदमनोरंजनराशिफल/ज्योतिषआर्थिकसाहित्यदेश/विदेश

2,683 प्राइमरी स्कूल एक शिक्षक के सहारे

By अखण्ड भारत

Published on:

Summary

2,683 primary schools with one teacher

विस्तार से पढ़ें:

6,000 स्कूलों में दो और 1,400 प्राइमरी स्कूलों में तीन शिक्षक तथा 534 स्कूल एक शिक्षक के सहारे

जिला मुख्यालयों के स्कूलों में विद्यार्थियों से अधिक शिक्षक

शिमला: प्रदेश के 2,683 सरकारी प्राइमरी स्कूलों में सिर्फ एक-एक शिक्षक नियुक्त है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में सबसे अधिक 534 स्कूल एक-एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। 6,000 स्कूलों में दो-दो और 1,400 प्राइमरी स्कूलों में तीन-तीन शिक्षक नियुक्त हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों का नामांकन लगातार घट रहा है। दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में हालत सबसे अधिक खराब है। पहली से पांचवीं कक्षा के 153 सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में एक भी विद्यार्थी का दाखिला न होने की वजह से ताले लटक गए हैं। जिला शिमला में सबसे अधिक 39, कांगड़ा में 30 और मंडी में ऐसे 26 स्कूल हैं। 10 विद्यार्थियों की संख्या वाले 2,100, छह से नौ बच्चों वाले 1,274 और पांच बच्चों वाले 673 स्कूल हैं। सिर्फ एक-एक शिक्षक के सहारे चल रहे 2,683 प्राइमरी स्कूलों में पांच कक्षाओं के विद्यार्थियों को किस प्रकार से शिक्षा दी जा रही होगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

जिला मुख्यालयों से सटे सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों से अधिक शिक्षक हैं। राजधानी शिमला में नेताओं और अफसरों के नजदीकी शिक्षक कई वर्षों से ट्रांसफर नहीं हुए हैं। सूबे में विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात का भी सही तरीके से पालन नहीं हो रहा है। इसके चलते प्रदेश के अधिकांश सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्रदेश में सरकारें बेशक पांच साल बाद बदलती हों लेकिन राजधानी शिमला सहित जिला मुख्यालयों के इर्दगिर्द जमे कई शिक्षक आज तक नहीं बदले हैं। ऐसे शिक्षकों की संख्या भी बहुत अधिक है जो हर तीन साल बाद सिर्फ  दो ही स्कूलों में ऐडजस्टमेंट करवाकर जिला मुख्यालयों के नजदीक टिके हैं

अखण्ड भारत

Akhand Bharat is a group of dedicated media professionals to bring out the true news to the people. With modern technology, Akhand Bharat digital channel is reaching directly to the people of India and worldwide.We have a huge reader base for digital paper, and the magazine as well as a rapidly growing follower base on all social media platforms i.e. Twitter, YouTube, Facebook, Instagram, etc. who are accessing news content online.