बंजर भूमि मे अमरूद का बगीचा लगाकर पेश की मिशाल
संजीव कपूर {सिरमौर}: जिला सिरमौर के पावटा साहिब उपमंडल के आंज भोज क्षेत्र के अम्बोया चंदेला में एक 70 वर्षीय सीनियर सिटीजन बुद्धि प्रकाश शर्मा ने बंजर जमीन पर अमरूद का बगीचा लगा कर बेरोजगार युवाओं के लिए एक मिसाल पेश की है। लगभग 60 बीघा जमीन पर अमरूद का बगीचा डेमो प्रोजेक्ट के रूप में शिवा प्रोजेक्ट की सहायता से यह कारनामा किया है। कलस्टर बागवानी के लिए लगभग 125 बीघा जमीन और कम से कम 10 भू मालिकों की आवश्यकता होगी। जिसके माध्यम से भी 10 किसान मिलकर विभाग और शिवा प्रोजेक्ट के सहायता से 10 किसानों का समूह बनाकर इस प्रकार की बागवानी को अंजाम दिया जा सकता है बागवानी में अमरूद, नीबू, मौसमी, लीची, आदि के पौधों का रोपण किया गया है।
डेमो प्रोजेक्ट में जहां जो जमीन कभी बंजर हुआ करती थी वहां आज अमरूद के पेड़ लहरा रहे हैं। ज़मीन में अमरूद के लगभग 1280 पेड़ लगे हुए हैं। इसके लिए 20 प्रतिशत सामुहिक रूप से किसानों को ओर 80 प्रतिशत खर्च सरकार के द्वारा किया जाएगा। बागवानी विभाग पौधे, गडा, के साथ साथ सिंचाई की व्यवस्था भी करवा कर देगी बाकी रखरखाव, नीलाई, गुड़ाई, सिंचाई भू मालिकों को स्वयं करना होगा।हर पौधे को पानी के ड्रिप सिस्टम से जोड़ा गया है। विभाग फसल को की मार्केटिंग के लिए CHPMA का गठन कर रही है जिसके माध्यम से फसलों को आसानी से बेचा जा सकेगा।विभाग हर सप्ताह आकर पौधों के रखरखाव की जानकारी देगी।
पानी की व्यवस्था के लिये सिचाई विभाग की सहायता सोर्स से जमीन तक पानी की पाइप लाइन बिछाने का काम भी शुरू कर दिया है।अभी पानी की समस्या के निदान के के लिए पानी के टैंक पर टीन शैड का निर्माण किया गया है जो बरसाती पानी को पानी के टैंकों में स्टोर करता है। जो कि बगीचे में पानी की अतिरिक्त कमी को पूरा करता है।इसके अलावा वाटर शैड, ब्लॉक आदि सभी विभागों की सहायता से पानी के बहुत बडे बडे स्टोर टैंक बनाए हुए हैं जिसमें पानी को स्टोर करने के बाद ड्रिप सिंचाई सिस्टम द्वारा हर पौधे की जड़ तक पहुँचाया जाता है।पौधों के बीच का एरिया है उसमें नकदी फसलें लहसुन, भिंडी, करेला, धनिया, मूली, आलू ,अदरक, बोया जा रहा है।
पशु और पक्षियों से फसल को बचाने के लिए बागवानी विभाग ने ही 100 प्रतिशत सोलर फेंसिंग का निर्माण करवाया गया है।जो फसलों को पशु पक्षियों से बचाएगा।इस बारे में जब बुद्धि प्रकाश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को यह बताने का है कि इस भूमि से घर पर रहकर भी रोजगार उपलब्ध किया जा सकता है।आज देश का युवा लगातार शहरों की ओर पलायन कर रहा है।वहाँ फैक्टरियों मात्र 8 से 10 हजार की नोकरी ही कर पाता है।अगर वो सरकार की योजनाओं के साथ जुड़े तो घर पर बैठे बैठे ही लाख़ों रुपये कमा सकता है।उन्होंने सभी युवाओं से अपील की वो सरकार की योजनाओं को समझे और धरातल पर लाने का प्रयास करें।
जिससे उनके बूढ़े माँ बाप को भी सहारा मिले।उन्होंने बताया कि अभी वो पानी के टैंक में मछली पालन, बतख पालन।उसके बाद टूरिस्ट विभाग की मदद से यहां एक रेस्टोरेंट खोलने के प्रयास में है।जिसकी प्ररणा उनको यु टयूब के मल्टिटास्क वर्क प्रोग्राम द्वारा मिली है।उधर बागवानी विभाग केHDO पूजा सैनी ने बताया कि अभी अम्बोया मे हमने अमरूद का डेमो प्रोजेक्ट लगाया है।इस प्रकार की बागवानी के लिये पूरे सिरमौर में समितियों का गठन किया जा रहा है।समय समय पर से किसानों के लिए सरकार द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम भी करवाए जाते हैं।सरकार का उद्देश्य इन स्कीमों के मध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने का है।