ऐप के माध्यम से उपभोगता बीआईएस लाइसेंस, आईएसआई मार्क के तहत उत्पादों, प्रयोगशाला सुविधाओं के बारे में कर सकेगें मूल्यांकन
नाहन: उपायुक्त कार्यालय के सभागार में भारतीय मानक ब्यूरो के सौजन्य से विभिन्न विभागों के जिला प्रमुखों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम द्वारा की गई है। बीआईएस देश का गुणवत्तापूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र है, भारतीय मानकों में निर्धारित गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन मानकों पर आधारित अनुरूपता आकलन योजनाओं के माध्यम से अंतिम उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करता है। आईएसआई मार्क ग्राहकों को उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता की थर्ड पार्टी गारंटी प्रदान करने का एक माध्यम है।
भारतीय मानक ब्यूरो की मानकीकरण एवं प्रमाण योजना उपभोक्ताओं और उद्योगों को लाभ पहुंचाने के साथ-साथ विशेष रूप से उत्पाद सुरक्षा एवं उपभोक्ता संरक्षण की दिशा में कार्य करती है। इसके द्वारा खाद्य सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, भवन और निर्माण इत्यादि जैसे क्षेत्रों में गुणवत्ता का अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाता है। घरों में पुराने पड़े गहनों की हॉल मार्किंग नजदीकी हॉल मार्किंग केंद्र पर अवश्य करवाने की अपील की ताकि गुणवत्ता का पता चल सके। उत्पादों पर आईएसआई मार्क होना नितांत आवश्यक है। इसके अतिरिक्त अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण करना चाहिए तथा उत्पादों के नमूने एकत्रित करके उनकी उचित जांच की जानी चाहिए। तय मानकों के अनुसार जांच में यदि कोई कमी पाई जाती है तो सम्बन्धित उत्पाद निर्माता के विरूद्ध उचित कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।
भारतीय मानक ब्यूरो के राज्य शाखा प्रमुख अनिमेष कुमार ने विभागीय कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में बीआईएस केयर ऐप के बारे में जानकारी दी गई, जिसके माध्यम से भारतीय मानकों, बीआईएस लाइसेंस, अनिवार्य आईएसआई मार्क के तहत उत्पादों, प्रयोगशाला सुविधाओं के बारे में आसानी से मूल्यांकन किया जा सकता है। बीआईएस केयर ऐप के जरिए उत्पादों पर आईएसआई मार्क और ज्वैलरी पर हॉलमार्क की प्रामाणिकता की जांच की जा सकती है।
बैठक में सरकारी विभागो द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाली वस्तुओं व उत्पादों के गुणवता के बारे में भी जानकारी दी, जिसके लिए भारतीय मानक और बीआईएस लाइसेंस उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग विभाग द्वारा उनकी खरीद और निविदाओं में किया जा सकता है।