आयुष विभाग के क्षेत्र में मंडी जोन को प्रदेश के सबसे युवा उपनिदेशक मिले हैं। मंडी जोन के अंतर्गत जिला मंडी,जिला कुल्लू,जिला लाहौल -स्पीति एवं जिला बिलासपुर आते हैं। डा राजन सिंह इस से पूर्व जिला आयुष अधिकारी सिरमौर एवं जिलाआयुष अधिकारी बिलासपुर के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

नव पदोन्नत उपनिदेशक आयुष मंडी जोन मूल रूप से जिला सिरमौर के नाहन नगर के रहने वाले हैं।जिला सिरमौर के दुर्गम एवं कठिन क्षेत्रों में उन्होने आयुष विभाग के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए हैं और अनेक उपलब्धियां प्राप्त की हैं।
मंडी शहर के उपनिदेशक आयुष मंडी जोन के कार्यालय में उपनिदेशक आयुष मंडी जोन के पद पर पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने मंडी के जिला आयुष अधिकारी एवं जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय मंडी के आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारीयों व अन्य स्टाफ के साथ बैठक कर फीड बैक लिया।
इन बैठकों के बाद डा राजन सिंह ने मंडी में बताया कि उनका फोकस समस्त मंडी जोन के अंतर्गत आने वाले मंडी,कुल्लू,लाहौल -स्पिती एवम् बिलासपुर जिलों के आयुष स्वास्थ्य संस्थानों की कार्यप्रणाली सुधारने एवं लोगों को स्तरीय सेवाएं उपलब्ध करवाने पर रहेगा। चारों जिलों के जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में पंचकर्म चिकित्सा पद्धति के साथ साथ क्षारसूत्र विधि से पाइल्स,भगंदर एवं फिस्चुला जैसे रोगों की सफल आयुर्वेदिक चिकित्सा को नए आयाम दिए जाएंगे।
क्षारसूत्र विधि से रोगियों के बवासीर के ऑपरेशनों से शत प्रतिशत सफलता मिलती है। हालांकि ऐसे ऑपरेशनों के लिए आधारभूत संरचना जैसे शल्यकर्म कक्ष,लघु शल्यकर्म कक्ष, प्रशिक्षित व अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सकों एवं प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ की आवश्यकता रहती है।
जिला सिरमौर में एवं जिला बिलासपुर में बतौर जिला आयुष अधिकारी के पद पर काम करते हुए वहां के आयुष चिकित्सा केंद्रों में पैरासर्जिकल प्रोसिजर,अग्नि कर्म,मर्म चिकित्सा एवं योग द्वारा उपचार आदि को गांव -गांव तक पहुंचाने के बाद अब उपनिदेशक मंडी संभाग के तौर पर डॉ राजन सिंह का लक्ष्य चारों जिलों में ग्रामीण स्तर तक इन विशेष सर्जिकल पद्धतियों के द्वारा उपचार को बढ़ावा देना रहेगा।
इसके अतिरिक्त होम्योपैथी केन्द्रों एवं तिब्बती चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के ऊपर भी विशेष फोकस रहेगा।उन्होंने आयुष विभाग के सभी अधिकारियों कर्मचारियों का आह्वान किया कि विभाग को बुलंदियों पर ले जाने के लिए निष्काम भाव से सेवा करें।उन्होंने मण्डी,कुल्लू आदि में हाल ही में बादल फटने की घटनाओं के मद्देनजर समस्त आयुष अधिकारियों व कर्मचारियों को सतर्क रहने एवं स्थानीय प्रशासन को हरसंभव सहयोग देने को कहा।