कोलकाता के RG Kar मेडिकल कॉलेज में हुए चौंकाने वाले हादसे को 22 दिन बीत चुके हैं, लेकिन न्याय अभी तक नहीं मिली हैं। डॉक्टर और सिविल सोसाइटी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। रायगंज के एक डॉक्टर, देबब्रत रॉय, ने विरोध करने का एक अनोखा तरीका चुना है। वह अपनी पर्चियों पर एक लाल मुहर लगा रहे हैं, जिस पर लिखा है, “आर.जी. कर: हमें चाहिए न्याय! वी वांट जस्टिस।” इस मुहर पर यह भी लिखा है, “इस आपराधिक चक्र को नष्ट करना होगा।”
डॉक्टर देबब्रत रॉय का यह अनोखा तरीका लोगों का ध्यान खींच रहा है, और उनकी मुहर लगी हुई पर्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। देबब्रत रॉय, जो उत्तर दिनाजपुर के उकीलपाड़ा में प्रैक्टिस करते हैं, का कहना है कि वह अकेले इस चुपचाप विरोध में नहीं हैं; अन्य डॉक्टर भी न्याय की मांग करने के लिए इसी तरह की मुहर का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह उनके विरोध का तरीका है, उस युवा डॉक्टर की हत्या के खिलाफ जो ड्यूटी के दौरान मारा गया था।
डॉक्टर रॉय ने इस केस की जांच में हो रही देरी पर सवाल उठाए हैं। वे इस बात से निराश हैं कि अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। वे बताते हैं कि पश्चिम बंगाल के कई डॉक्टर चिंतित हैं और इस अनोखे तरीके से विरोध में शामिल हो रहे हैं ताकि अपने मरीजों के बीच जागरूकता फैला सकें। उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी डॉक्टर इस तरीके को अपनाएंगे।
डॉक्टर रॉय का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक वे अपने विरोध को जारी रखेंगे। उनका मानना है कि इस तरह का अनोखा विरोध प्रदर्शन उन लोगों का ध्यान खींच सकता है जो इस मुद्दे पर कार्रवाई करने की स्थिति में हैं। उनका उद्देश्य है कि लोगों को इस मामले की गंभीरता का अहसास हो और वे डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाएं।
इस अनोखे विरोध से न केवल डॉक्टरों का गुस्सा और दुख व्यक्त हो रहा है, बल्कि यह एक संदेश भी दे रहा है कि वे इस मुद्दे को हलके में नहीं लेंगे। डॉक्टर रॉय और उनके साथी डॉक्टर मानते हैं कि अगर वे अपनी आवाज नहीं उठाएंगे, तो शायद इस मामले को अनदेखा कर दिया जाएगा। इसलिए, वे लगातार अपने तरीके से विरोध जारी रख रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।