मंगलवार की सुबह, लगभग 4:45 बजे, हावड़ा से मुंबई जा रही Howrah-CSMT एक्सप्रेस Jharkhand के Chakradharpur के पास पटरी से उतर गई। इस हादसे में ट्रेन के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें 16 यात्री डिब्बे, एक पावर रूम, और एक पेंट्री कार शामिल थे। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 20 यात्री घायल हो गए। घायलों की संख्या बढ़ सकती है।
दुर्घटना के बाद बचाव कार्य तेजी से शुरू हो गया। घायल यात्रियों को इलाज के लिए चक्रधरपुर ले जाया गया। हादसे के स्थल के पास एक मालगाड़ी भी पटरी से उतर गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों घटनाओं का आपस में कोई संबंध है या नहीं। रेलवे ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। सहायता के लिए कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं: Howrah स्टेशन के लिए 9433357920 और 03326382217, Chakradharpur स्टेशन के लिए 06572290324, Rourkela स्टेशन के लिए 06587 238072, और Ranchi स्टेशन के लिए 06512787115।
बंगाल की मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और रेलवे की यात्री सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए। यह हादसा अन्य हालिया ट्रेन दुर्घटनाओं के बाद हुआ है, जिनमें ओडिशा में करमंडल एक्सप्रेस, न्यू जलपाईगुड़ी के पास कंचनजंगा एक्सप्रेस, और उत्तर प्रदेश में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस शामिल हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ओमप्रकाश चारण ने मौतों की पुष्टि की और बताया कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है। अधिकांश यात्रियों को बस या विशेष ट्रेन से चक्रधरपुर स्टेशन ले जाया गया। एक विशेष ट्रेन चक्रधरपुर से अंतिम गंतव्य के लिए रात 10:30 बजे के आसपास प्रस्थान करेगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस हादसे की पूरी जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। रेलवे की ओर से सभी प्रभावित यात्रियों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है। हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं और बचाव कार्य में तेजी लाई जा रही है। यात्रियों के परिजनों से अपील की गई है कि वे इन नंबरों पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त करें। इस हादसे से जुड़े स्थानीय निवासी और स्वयंसेवी संगठनों ने भी बचाव कार्य में अपना योगदान दिया। हादसे के तुरंत बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया, लेकिन स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया।
रेलवे मंत्री ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया है और यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित यात्रियों और उनके परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। इस हादसे ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उम्मीद है कि जांच के बाद सही कारण सामने आएंगे और भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सकेगा।