प्रशासन मृतकों के परिजनों को जल्द मुआवजा दे, हादसे के दोरान डीसी कंपनियों के कर्मचारियों ने वाहनों को आवाजाही के लिए रोककर रखा था, कान चंद की जीद मलबे में दफ़न कर गई जिन्दगी
एक व्यक्ति को बचाने के चक्कर में डीसी कम्पनी ने खो दिए अपने दो कर्मठ कर्मचारी
मौत के मलबे पर प्रशासन सख्त, जिला प्रशासन को विस्तृत रिपोर्ट अभी जाना बाकी
सिरमौर(शिलाई): बीते दिनों मीनस में हुए भूस्खलन पर प्रशासन ने भले ही डीसी कम्पनी पर मामला दर्ज किया हो, लेकिन प्राथमिक जाँच में डीसी कम्पनी की लापरवाही नजर नही आ रही है, यह डीसी कम्पनी के लिए राहत भरी खबर होगी, दूसरी तरफ भूस्खलन की चपेट में आए तीन मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे को लेकर जरुरी कार्यवाही, कम्पनी व प्रशासन दोनों की तरफ से अम्ल में लाइ गई है, मृतकों के परिजनों को राहत देने के लिए कम्पनी व प्रशासन की त्वरित कार्यवाही से मृतक के परिजनों को जल्द राहत मिलने के आसार है!
विभागीय जानकारी के मुताबिक राष्ट्रिय राजमार्ग 707 पर इन दिनों धडल्ले से कार्य चला हुआ है, मार्च 2023 तक कार्य कर रही सभी कम्पनियों ने मार्ग का कार्य पूर्ण करके राजमार्ग प्राधिकरण को सोपना है, ईसी दौड़ में रातदिन कार्य प्रगति पर है, ऐसे में कम्पनियां उंचे ढंगार को गिराने के लिए रात का सहारा लेती है, क्युकी मार्ग पर रात के समय आवाजाही कम होती है, सोमबार सुबह भी डीसी कम्पनी की तमाम मशीनरी सड़क पर गिरे मलबे को हटाने में लगी हुई थी, साथ ही पहाड़ी से हल्के हल्के पत्थर गिर रहे थे, मार्ग को दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही के लिए बंद किया गया था, उसी समय टेक्सी चालक कानचन्द जो उतराखंड प्रदेश के हटाल गाव का रहने वाला था, मौका पर पंहुचा, अपनी गाडी साइड करके मौका पर डीसी कम्पनी के पेटी ठेकेदारों से सड़क खोलने को लेकर बहस करने लगा, कम्पनी के ठेकेदार उसे आगे जाने से रोक रहे थे, उसी समय पहाड़ी से बड़ी चट्टान गिरी और कानचंद को बचाने के चक्कर में तीन लोग अपनी जान गवा बेठे है!
दरअसल भूस्खलन होने के बाद सोशल मिडिया पर दर्जनों एजेंसियों ने डीसी कम्पनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जबकि कम्पनी ने पहले ही वाहनों को रोककर रखा था, प्रशासनिक जाँच ने गलत अफवाओं से जल्द पर्दा उठाने वाली है, यदि कान चंद आगे न जाते तो बड़ा हादसा टल सकता था, शिलाई प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये मुआवजा देने की बात कही है, जबकि डीसी कम्पनी ने अपने दोनों कर्मचारियों को सरकारी नियमानुसार मुआवजा देने का वादा परिजनों से किया है!
धतरवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी निदेशक नरेंद्र धतरवाल ने बताया कि इस आपदा में मारे गए कंपनी के दोनों कर्मचारियों को नियमानुसार क्लेम दिया जायेगा, दोनों कर्मचारियों का कम्पनी की और से बीमा किया हुआ है जिसके तहत मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा मिलेगा।
एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा ने बताया कि मामले की जांच चल रही है, यह कहना बेमानी होगी कि मामले में कंस्ट्रक्शन कर रही डीसी कम्पनी की गलती है या फिर यह प्राकृतिक आपदा है!
उपायुक्त सिरमौर, राम कुमार गौतम ने मामले पर बताया कि विस्तृत रिपोर्ट उनके पास नहीं पहुंची है, लेकिन यह बात सामने आई है कि कान चंद डीसी कम्पनी के दो कर्मियों के साथ बहस करते हुए घटना स्थल तक पहुंचे थे, उसी दोरान पहाड़ी से बड़ी चट्टान गिरिकर तीन लोगों को अपनी चपेट में लेकर गई है, हालाँकि मौका पर कार्य कर रही डीसी कम्पनी अभी जाँच के घेरे में है, प्रशासनिक जाँच में सभी पहलुओं को बारीकी से खंगाला जाएगा!