गोंडा, उत्तर प्रदेश में गुरुवार दोपहर एक दुखद ट्रेन दुर्घटना हुई। चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, जिसमें 10-12 डिब्बे प्रभावित हुए। यह हादसा ज़िलाही स्टेशन के पास हुआ, जिसमें कई AC डिब्बे क्षतिग्रस्त हो गए। इस हादसे में कम से कम चार लोगों की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। बचाव दल मलबे में फंसे यात्रियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
दुर्घटना के समय यात्रियों ने एक तेज आवाज सुनी और उसके बाद ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और बचाव दल मौके पर पहुंचे। घायल यात्रियों को निकटतम अस्पताल में भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि कई यात्री अभी भी मलबे में फंसे हुए हो सकते हैं, और उन्हें निकालने का प्रयास जारी है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है। राहत कार्य के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, जिससे प्रभावित परिवार जानकारी प्राप्त कर सकें। असम के मुख्यमंत्री घटना पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहकर स्थिति की जानकारी ली है। हादसे के कारण ट्रेन मार्गों को डायवर्ट कर दिया गया है। यात्रियों को होने वाली असुविधा को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था की है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब एक महीने पहले ही इसी क्षेत्र में एक और ट्रेन हादसा हुआ था। पिछले हादसे की जांच अभी भी चल रही है और नए हादसे ने सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दुर्घटना का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि घटना की पूरी जांच के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा।
यह हादसा हमारे रेलवे सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है। ऐसे समय में जब हमें तकनीकी और सुरक्षा के मामलों में और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, इस प्रकार की घटनाएं हमें पुनर्विचार करने पर मजबूर करती हैं। यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और हमें इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।