कांग्रेस को लेना चाहिए सबक, जो बिन मांगे समस्याओं का करें समाधान, जनता के हितेशी नेता वही,
क्षेत्र की लगभग २३ पंचायतें होगी उपमंडलीय कार्यालय से लाभान्वित
अखण्ड भारत डेस्क: भले शिलाई विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी जीत हासिल करके विधानसभा न पहुंचा हो, लेकिन प्रदेश सरकार ने शिलाई विधानसभा के कफोटा का सपना पूर्ण किया है, जनता ने न सपना देखा था न ही सरकार से मांग रखी थी, प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिलाई प्रवास के दोरान भाजपा प्रत्याशी के माध्यम से कफोटा कस्बे में उपमंडल कार्यालय खोलने की घोषणा करके लोगो की दुखती रत पर मरहम लगाया था,
जनता विश्वास में थी कि सरकार वादे करके, वादों पर खरी उतरकर समस्याओं के समाधान करने पर बेहतर कार्य कर रही है, उसी विश्वास के साथ जनता के लिए प्रदेश सरकार की घोषणाए धरातल पर उतरने लगी है, प्रदेश सरकार ने कफोटा कस्बे में शिलाई विधानसभा का अतिरिक्त उपमंडल कार्यालय खोलने की अधिसूचना जारी करके जनता के दिलों में जगह बनाने की नीव रखी है!
शिलाई विधानसभा के अंदर अब दो उपमंडल कार्यालय हो गए है, इससे पहले कफोटा क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों को कार्यालय से सम्बन्धित कार्यों के लिए पावटा साहिब या शिलाई आना होता था, जिनकी दुरी लगभग ५० और ३० किलोमीटर बनती है, लेकिन अब सभी सुविधाएँ क्षेत्र वासियों को कफोटा में मिलने वाली है, विभागीय सूत्रों की माने तो जल्द ही कफोटा में कार्यालय का कार्य शुरू किया जाएगा, जिसका अतिरिक्त कार्यजिम्मा शिलाई उपमंडलाधिकारी को दिया जा सकता है!
यदि शिलाई के इतिहास में नजर डाली जाए तो वर्तमान कांग्रेस समर्थित विधायक का ग्रह क्षेत्र कफोटा कस्बा आता है, लेकिन उन्होंने कभी भी सरकार के समक्ष कफोटा के विकास की बात खुलकर नही रखी, बावजूद उसके क्षेत्र की जनता कांग्रेस का समर्थन देती रही है, और भाजपा प्रत्याशी को चुनाव में पटकनी देती नजर आई है, फिर भी प्रदेश सरकार ने बिना किसी द्वेष के क्षेत्र के विकास में अहम योगदान दिया है, भाजपा की रणनीति पर नजर दोडाई जाएँ तो क्षेत्र के विकास में अभी विभिन्न विकात्मक कार्यों के माध्यम से आयाम स्थापित करने बाकी है!
पिछले तीस सालों से सक्रिय व अधिकांश समय सरकार के साथ विधानसभा जाने वाले कांग्रेस विधायक को भाजपा के हारे हुए प्रत्याशी से सीख जरुर लेनी चाहिए, कि जब क्षेत्र के विकास में कदम बढाए जाते है तो हमेशा राजनेतिक फायदा नही देखना चाहिए बल्कि जनता के दर्द व समस्याओं को प्रमुखता देनी चाहिए, शिलाई विधानसभा कि जनता कांग्रेस नेताओं के श्रीमुख से यह सुनकर खूब परेशान होती होगी, कि हमारी सरकार नही है या हम सरकार में नही है, हारने पर यह भी खूब कहा गया कि हम तो हारे हुए है इसलिए सरकार हमारी बात नही सुन रही है, लेकिन हारने के बाद जो भाजपा प्रत्याशी ने करके दिखाया है यह विधानसभा की तमाम जनता को स्पष्टता के साथ नजर आ रहा होगा, और इसका विश्लेषण भी बखूबी कर रही होगी, बरहाल कफोटा कस्बे के लिए उपमंडल कार्यालय की अधिसूचना होने के बाद समस्याओं से आहात लोगो के लिए मरहम का कार्य प्रदेश सरकार ने किया है !