BAISAKHI का पर्व धर्म नगरी हरिद्वार में पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. हर की पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है. देश भर से आये श्रद्धालुगण गंगा में स्नान करके मां गंगा की आराधना कर रहे हैं. मां गंगा से जीवन शांतिपूर्वक बीते और जिस तरह से ईश्वर द्वारा उन पर कृपा की गयी है वो आगे भी बनी रहे ये प्रार्थना कर रहे हैं.
दरअसल BAISAKHI के अवसर पर गेहूं की फसल तैयार हो जाती है. इस दिन से फसल कटनी शुरू हो जाती है. महत्वपूर्ण बात ये है कि इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना भी की गयी थी. यही वजह है कि यह त्यौहार पंजाबी समुदाय में खास धूमधाम से मनाया जाता है. बैसाखी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. गंगा स्नान का महत्व होने से हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आये हैं.
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BAISAKHI पर्व पर गंगा स्नान से कट जाते हैं पाप
बैसाख मास पूरा का पूरा ही भगवान को बड़ा पुण्यदायी और प्रिय है. प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक बैसाख में किसी ना किसी प्रकार के तीर्थ पर जाकर स्नान करने से बड़ा पुण्य प्राप्त होता है. ऐसे लोग जिन लोगों ने प्रारब्ध में भी जीवन में कभी कोई पाप किया हो, उस जल मात्र में स्नान करने मात्र से उनके पाप नष्ट होने शुरू हो जाते हैं. गंगा स्नान के पुण्य के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में सफल होना शुरू हो जाता है.
BAISAKHI संक्रांति का विशेष तौर पर महत्व
इस बैसाख संक्रांति का विशेष तौर पर महत्व है जिसे हम BAISAKHI कहते हैं. जिन लोगों को अपने कामों में अनिश्चितता आती है, वह आ कर गंगा स्नान करके दान करें. अगर आप गंगा तट पर नहीं जा सकते तो अपने घर पर ही स्नान करते हुए गंगा का ध्यान करें और तुलसी पत्र डालकर उसमें स्नान करें. आपको हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करने जैसा फल प्राप्त हो जाएगा.
BAISAKHI को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
हरिद्वार पुलिस ने बैसाखी स्नान को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये हैं. बैसाखी के स्नान और वीकेंड होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आए हैं. इसको देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को 4 सुपर जोन, 16 जोन और 38 सेक्टरों में बांटा गया है. सभी जगह पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है. पीएसी तैनात करने के साथ ट्रैफिक प्लान और डाइवर्जन प्लान लागू किये गए हैं.