दिल्ली: प्रगति मैदान में शनिवार को सुबह 11 बजे नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का आगाज हो जाएगा। सबसे बड़ा पुस्तक मेला आयोजित होने जा रहा है। 40 से ज्यादा देशों के 1000 से अधिक प्रकाशक एवं प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। भारत मंडपम में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इसका उद्घाटन करेंगे। स्कूली बच्चों और इनके साथ आने वाले टीचर्स को फ्री में एंट्री मिलेगी और बुजुर्गों को भी फ्री में प्रवेश मिलेगा। मेले में रात को आठ बजे तक एंट्री मिलेगी।
नौ दिवसीय नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में पाठकों को पुस्तकों के साथ-साथ भारत की विविध संस्कृति और लोक कला की झलक देखने को मिलेगी। फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल्स में देशभर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को मेले में आयोजित किया जाएगा। अहमदाबाद साहित्य महोत्सव, सिनेमा दरबार, भारत साहित्य महोत्सव, प्रगति विचार जैसे प्रतिनिधियों को इसके लिए फ्री जगह दी गई है। विश्व पुस्तक मेले के मंच से साहित्यिक, सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करेंगे और पुस्तकों का विमोचन भी करेगे। यह बी2सी स्तर का सबसे बड़ा पुस्तक मेला होगा। विश्व की लगभग सभी भाषाओं के प्रतिनिधि यहां पाठकों को मिलेंगे।
सम्मानित अतिथि देश सऊदी अरब के करीब 400 वर्गमीटर के पवेलियन में सऊदी अरब के प्रकाशकों की किताबें होंगी। विदेशी मंच पर यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, स्पेन, इटली, रूस, ताइवान, ईरान, यूनाइटेड अरब अमीरात, आस्ट्रिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल जैसे कई देशों की किताबें और प्रकाशक शामिल होंगे। एक हजार वर्ग वर्गमीटर में फैले थीम पवेलियन में पुस्तकों, मुद्रित सामग्री, ई-मीडिया और एप के जरिए भाषाई अभिव्यक्ति की प्रचुरता को प्रदर्शित करेगा।
प्रगति मैदान के हॉल एक से पांच में आयोजित पुस्तक मेले में पाठकों को हॉल एक में विज्ञान, मानविकी और दर्शन की किताबें मिलेंगी। हॉल दो में भारतीय भाषाओं के लेखक विभिन्न साहित्यिक विषयों, पुस्तकों एवं विधाओं पर बात करेंगे।