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कांगड़ा जिला के कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य संवारेगा भरपूर, बच्चों तक पहुंचेगी पौष्टिक तत्वों से युक्त चाकलेट बार, डीसी ने किया अभियान का शुभारंभ

By Sandhya Kashyap

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धर्मशाला, 01 फरवरी : जिला प्रशासन तथा महिला बाल विकास विभाग की ओर से कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए मिशन भरपूर आरंभ किया गया है।   इसका वीरवार को धर्मशाला उपमंडल के पास्सु में विधिवत शुभारंभ उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने किया। इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने दो कुपोषित बच्चों चाॅकलेट बार भी प्रदान की गईं।  यह चाॅकलेट बार सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर में तैयार करवाई गई है। इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि दो से पांच वर्ष के कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए मिशन भरपूर आरंभ किया गया है बच्चों को सभी सूक्ष्म पोषक तत्व चाकलेट बार के रूप में दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर दिन अलग अलग प्रकार की चाॅकलेट कुपोषित बच्चों को दी जायेगी जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाईबर और आयरन जैसे पोषक तत्व मौजूद रहेंगे।  यह कुपोषित बच्चों को स्वस्थ व तंदरुस्त रखने में मदद मिलेगी।

पोषण मैत्री अभियान के परिणामों के आधार पर तैयार हुआ मिशन भरपूर

उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि जिला कांगड़ा प्रशासन ने इससे पहले सीएसआईआर तथा आईएचबीटी पालमपुर के सहयोग से पंचरूखी ब्लाक में कुपोषण उन्मूलन के लिए 100 कुपोषित बच्चों के लिए पोषण मैत्री कार्यक्रम आरंभ किया था इस कार्यक्रम के अध्ययनों के आधार पर सीएसआईआर-आईएचबीटी ने खाद्य व्यंजनों में विविधता की कमी , अत्यधिक खाद्य पदार्थों की खपत, फलों तथा सब्जियों का कम सेवन 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी का प्रमुख कारण हैं। सीएसआईआर द्वारा विकसित पौष्टिक तत्वों से युक्त उत्पादों का प्रयोग पंचरूखी ब्लाक के कुपोषित बच्चों पर किया गया इससे कुपोषण को काफी हद तक खत्म करने में सफलता हासिल हुई।

कांगड़ा जिला के 920 कुपोषित बच्चों के घर द्वार पहुंचेगा मिशन भरपूर

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उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिला में 920 कुपोषित बच्चों की पहचान की गई है तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से इन बच्चों तक पोष्टिक तत्वों से युक्त चाकलेट बार पहुंचाई जाएगी तथा आंगनबाड़ी वर्कर्स अपनी उपस्थिति में कुपोषित बच्चों को उक्त चाकलेट बार खिलाएंगे तथा आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक पाक्षिक निरीक्षण के दौरान खपत का सत्यापन करेंगे। माह में एक बार इस अभियान के नतीजों की समीक्षा भी की जाएगी। इस बाबत महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त  कांगडा सौरभ जस्सल , जिला कार्यक्रम अधिकारी कांगडा अशोक कुमार शर्मा, सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर के निदेशक डा सुदेश कुमार यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा सुखजिंर्द सिंह तथा प्रधान वैज्ञानिक डा  महेश गुप्ता और स्थानीय पंचायत के प्रधान सुमित कुमार भी उपस्थित थे।

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