नाहन, 5 जनवरी : प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने “सूखाश्रय योजना” आरम्भ क़ी है जो कि बेसहारा बच्चों के लिए माता पिता के रूप में सहारा बन कर कार्य कर रही है। उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश विधानसभा विनय कुमार ने यह जानकारी आज शुक्रवार को राजकीय कन्या उच्च विद्यालय ददाहू के वार्षिक पारितोषक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में जनसमूह को सम्बोधित करते हुए दी।
विनय कुमार ने कहा कि अपने वायदे के अनुरूप प्रदेश में सरकार बनते ही प्रदेश के कर्मचारियो को सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ दिया गया है जिससे लाखों कर्मचारियो और उनके परिजनों को लाभ मिला है और उनका भविष्य सुरक्षित हुआ है। उन्होंने कहा कि हर चुनाव क्षेत्र में डे बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं और रेणुका जी क्षेत्र में भी डे बोर्डिंग स्कूल खोला जायेगा जिसमें विधार्थियो के लिए शिक्षा, खेल कूद, लाइब्रेरी व अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं के लिए स्टार्टअप योजना शुरू की गई है जिसका लाभ पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अन्य कई प्रकार की जन हितेषी योजनाएँ आरम्भ की हैं जिनका लाभ सभी वर्गों को मिलेगा।
उन्होने कहा कि प्रदेश में हाल ही में आई त्रासदी से सरकारी, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को भारी नुक्सान हुआ है और प्रदेश सरकार इसकी भरपाई के हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने विद्यालय में पत्रिका के प्रकाशन के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह कार्य सभी को प्रेरणा देता है। विनय कुमार ने इस अवसर पर स्कूल क़ी “दीवार” शीर्षक से प्रकाशित पत्रिका का विमोचन किया। उन्होंने स्कूल के विधार्थियो द्वारा लगाए गई मॉडल प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने शैक्षणिक और खेल कूद गतिविधियों में उत्कृष्ट स्थान हासिल करने वाले विधार्थियो को पुरस्कार भी वितरित किये। उन्होंने स्कूल क़ी ओर से रखी गई विभिन्न मांगो को सरकार के समक्ष रखने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश सरकार स्कूलों को अपग्रेड करने का निर्णय लेगी, इस स्कूल को भी उसमें शामिल किया जायेगा। उन्होंने स्कूल विधार्थियो को 11 हजार हजार रूपए देने क़ी घोषणा भी क़ी।
इससे पूर्व स्कूल क़ी ओर से मुख्य अतिथि उपाध्यक्ष विनय कुमार को शाल, टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। स्कूल क़ी मुख्य अध्यापिका उषा रानी, ने स्कूल क़ी वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने स्कूल क़ी कुछ मांगे भी रखी जिसमें राजकीय कन्या उच्च विद्यालय को अपग्रेड कर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल करने,स्कूल भवन क़ी मुरम्मत के लिए अतिरिक्त धनराशि,लाइब्रेरी का निर्माण, शौचालयों क़ी मुरम्मत, परीक्षा हॉल का निर्माण आदि शामिल है। स्कूल के विधार्थियो द्वारा इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यकर्म प्रस्तुत किये गए।