ऊना, 5 जनवरी : विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अध्यापक विशेष प्रयास करें ताकि प्रतिस्पर्धा के दौर में विद्यार्थी अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सके। यह बात उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने वन बिहारी नंद ब्रह्मचारी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सलोह के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक व्यवस्था कर रही है। बेहतर शिक्षा व्यवस्था के साथ-साथ विद्यार्थियों के समुचित विकास के लिए खेल तथा अन्य गतिविधियो ंको भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सलोह हरोली विधासभा क्षेत्र का केंद्र बिन्दु है जिसका अपना ही महत्व और आकर्षण है। उन्होंने कहा कि स्कूल के चहुमुखी विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में स्कूल में लगभग 400 बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिनके लिए पर्याप्त शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने अध्यापकों से आहवान करते हुए कहा कि विद्यार्थियों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार होना चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रावमापा सलोह प्रदेश का पहला ऐसा स्कूल है यहां पर डिजिटल कक्षाएं शुरू की गई हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली विस क्षेत्र में पिछले 20 वर्षों में लगातार क्रांतिकारी बदलाव आया है। वर्तमान में हरोली विस क्षेत्र शिक्षा का हब बन चुका है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 33 रावमा पाठशालाओं के माध्यम से बच्चें घरद्वार पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हरोली कॉलेज का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। केंद्रीय विद्यालय सलोह का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है जबकि आईटीआई पंडोगा का भवन बनकर तैयार है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमकैप्स कॉलेज़ बढे़ड़ा में लॉ तथा नर्सिंग कॉलेज चलाया जा रहा है। कॉलेज से शिक्षा ग्रहण करके निकले विद्यार्थी देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही पालकवाह स्थित कौशल विकास केंद्र ट्रिपल आईटी सलोह द्वारा संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पालकवाह में आधुनिक तकनीक से लैस चंडीगढ़ की तर्ज पर एक भव्य ऑडिटोरियम भी बनाया गया है।
डिप्टी सीएम ने शिक्षको से आहवान किया कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बच्चों के भविष्य को संवारने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने समस्त प्रधानाचार्यों से आहवान किया कि स्कूलों को सुंदर व आकर्षक बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक स्कूल में नशे जैसी गतिविधियों से निपटने के लिए एक अध्यापक को विशेष तौर पर डेजिगनेट करें ताकि आने वाली पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके। इसके अतिरिक्त समारोह में उपस्थित अभिभावकों से भी आग्रह किया कि नशे जैसी सामाजिक बुराई से निपटने के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से नशे की रोकथाम में काफी सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों से आहवान किया कि वे 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके बच्चों को लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए जागरूक करें ताकि वह ऑनलाइन लाइसेंस बना सके। उन्होंने कहा कि भविष्य में हरोली विस क्षेत्र में स्थापित सभी स्कूलों के मध्य विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी जिसके लिए उन्होंने प्रत्येक स्कूल को दो-दो सांस्कृतिक प्रस्तुतियां तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से जहां स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा वहीं बच्चों में प्रतिस्पार्धा की भावना भी पैदा होगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न गतिविधियों में अवल रहे बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि स्कूल के बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए अध्यापकों द्वारा सार्थक प्रयास किए गए हैं जिसका परिणाम वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में देखने को मिला। उन्होंने अभिभावकों से भी आग्रह किया कि भविष्य में आयोजित होने वाले वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में अवश्य उपस्थित रहें ताकि उन्हें अपने बच्चों की प्रतिभा को देखने का अवसर मिल सके।
समारोह में स्कूली बच्चों द्वारा रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। उन्होंने संास्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 31 हज़ार रूपये देने की घोषण भी की। इसके अलावा उन्होंने वार्षिक गतिविधियों उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्कूली बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य रिपू जीत सिंह ने शिक्षा, सांस्कृतिक, खेल, एनएसएस व एनसीसी के क्षेत्र में वर्षभर अर्जित की गई उपलब्धियों की रिपोर्ट पढ़ी।