डेस्क: यूपी के अयोध्या में महिला कॉन्स्टेबल लहूलुहान हाल में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन की जनरल बोगी में मिली थी। उसका केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। पहले से उसकी सेहत में थोड़ा सा सुधार है।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 29 अगस्त की सुबह चार बजे सरयू एक्सप्रेस की जनरल बोगी में महिला सिपाही अर्धनग्न और बेहोशी की हालत मिली थी। महिला सिपाही के सिर पर दो जगह फ्रैक्चर था। खून से लथपथ महिला सिपाही को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया है। केजीएमयू के आईसीयू में महिला का इलाज चल रहा है वो पहले से बेहतर है। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी महिला बोलने की स्थिति में नहीं आई है।
सुल्तानपुर में तैनात महिला सिपाही की ड्यूटी अयोध्या के सावन मेले में लगी थी। मनकापुर से अयोध्या के बीच चलने वाली ट्रेन में 28 अगस्त की रात वारदात को अंजाम दिया गया। अगली सुबह 29 अगस्त को महिला का खून से लथपथ ट्रेन में मिली, जिसको लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। पुलिस तुरंत घटना की जांच में जुट गई थी, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक कोई भी सुराग नहीं लगी हैरविवार को हाई कोर्ट ने की सुनवाई!
तीन सितंबर को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। साथ ही चीफ जस्टिस ने रात नौ बजे अपने आवास पर एक स्पेशल बेंच गठित करते हुए निर्देश दिए। गठित की गई पीठ में सीजे प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव शामिल हैं। हाई कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए यूपी सरकार से जवाब तलब किया है। रविवार को छुट्टी होने के बाद भी मामला गंभीर देखते हुए सुनवाई की।
सोमवार को महिला से मिले प्रमुख सचिव गृह और यूपी डीजीपी ! हाई कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद सोमवार को प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, यूपी डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार महिला का हाल जानने के लिए केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। तीनों ने महिला का हाल जाना।
प्रशांत कुमार ने महिला सिपाही के स्वास्थ्य में सुधार की बात कही। इसके अलावा उन्होंने महिला सिपाही के साथ रेप जैसी वारदात से इनकार किया। कहा कि इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं। महिला सिपाही बोलने के स्थिति में होगी तो बात की जाएगी। वहीं, हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करने की बात कही।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने महिला सिपाही के मामले में सोमवार को फिर सुनवाई की। फिर चीफ जस्टिस की बेंच में मामले की सुनवाई हुई। यूपी सरकार और रेलवे की ओर से अपना-अपना जवाब दाखिल किया गया। कोर्ट में एसपी रेलवे लखनऊ पूजा यादव, सीओ और विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर पेश हुए। पूजा यादव ने कोर्ट को बताया कि महिला सिपाही की हालत गंभीर बनी हुई है।
हालत सामान्य होने पर बयान दर्ज किए जाएंगे। कोर्ट ने यूपी सरकार के जवाब पर संतोष जताया है। यूपी सरकार को जल्द से जल्द जांच पूरी कर आरोपियों के खिला कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।