डेस्क: संस्कारधानी जबलपुर में सतपुला ब्रिज के पास रेलवे ट्रैक पर एक एसएएफ जवान का शव मिला है। मृतक कॉन्स्टेबल का नाम अनुराग ओझा है। कॉन्स्टेबल की तैनाती अभी महिला अपराध प्रकोष्ठ में थी। वहीं, रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी में व्यापत भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया है। इसके साथ ही एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी के साथ शहर में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार, कुलपति को हटाने और धारा 52 लागू करने की मांग को लेकर एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में एनएसयूआई के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विश्वविद्यालय की टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी है। साथ ही कानून व्यवस्था की स्थिति भी ठीक नहीं है। यहां बम फेंके जा रहे हैं।
तीन जालसाजों ने एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से धोखाधड़ी की है। फर्जी कागजात के जरिए जमीन की रजिस्ट्री कर दी और रुपए ऐंठ लिए हैं। फर्जीवाड़े का पता चला तो पीड़ित ने मदन महल थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पूरे मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली सीएसपी प्रभात शुक्ला ने बताया कि, मदन महल थाना अंतर्गत रिटायर्ड पुलिस अधिकारी बक्शेष चंद्र वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि, संदीप जैन, नरेश चावला और एक अन्य व्यक्ति ने मिलकर, एक जमीन उन्हें यह कहकर दिखाई कि यह सारी हमारी है। जिसके बाद उन्होंने फर्जी कागजात जमीन से संबंधित दिखाएं और रजिस्ट्री कर रकम ले ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
बीजेपी की नागपुर इकाई के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की पदाधिकारी सना उर्फ हिना खान के अपहरण में संलिप्तता के आरोप में मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ गुरुवार को मामला दर्ज किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि 34 वर्षीय खान एक अगस्त को जबलपुर से एक निजी बस से रवाना होने के बाद लापता हो गई थीं और उनकी मां मेहरुनिसा की शिकायत पर अमित साहू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
घमापुर थाना अंतर्गत स्थित सतपुला रेल ट्रैक पर एक एसएएफ जवान का शव मिला है। स्थानीय लोगों ने तत्काल ही इसकी सूचना घमापुर थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शिनाख्त की तो मृतक पुलिसकर्मी ही निकला। पूरे मामले की जानकारी देते हुए घमापुर थाना प्रभारी चंद्रकांत झाने बताया कि गोरखपुर थाने में पदस्थ अनुराग ओझा मूल रूप से बलिया उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। जबलपुर में गोरखपुर थाने में महिला डेस्क में पदस्थ था। वहीं, पुलिस को मृतक के पास से किसी भी तरह का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ, जिससे पुलिस को आत्महत्या का कारण पता चल सके।