धर्मशाला : हिमाचल पथ परिवहन निगम में तैनात तत्कालीन सीनियर ऑडिटर कर्मचारियों के 29 लाख रुपये डकार गया। जिला चंबा में तैनात तत्कालीन सीनियर ऑडिटर ने कर्मचारियों के बैंक खातों में डलने वाले उनके भत्तों की राशि को अपने और अपने परिजनों के खाते में ही डालता रहा। इस संदर्भ में आरोपी के खिलाफ राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो नॉर्थ जोन में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो उत्तरी खंड धर्मशाला के पुलिस अधीक्षक बलवीर सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि विजिलेंस ब्यूरो ने एचआरटीसी कर्मियों के देय भुगतान के 29 लाख रुपये के गबन के आरोप जांच में सही पाए जाने पर चंबा में तैनात कर्मचारी सुरेंद्र कुमार (तत्कालीन सीनियर ऑडिटर एचआरटीसी यूनिट चंबा) के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 409, 467, 471 और 12 (2) पीसी एक्ट 1983 के तहत मामला दर्ज किया है।
उन्होंने बताया कि सुरेंद्र कुमार पर आरोप था कि उसने एचआरटीसी चंबा के कर्मचारियों के देय भुगतान मसलन नाइट अलाउंस, ओवर टाइम अलाउंस, पे एरियर, सेलरी, मेडिकल भत्ता, ग्रेच्युटी, लीवइनकैशमेंट, (जीएसएलआई), टीए क्लेम और जीपीएफ आदि की राशि को लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में नहीं डालकर अपने और परिवार के खातों में डालकर 29 लाख से अधिक की राशि का गबन किया है।
एसपी विजिलेंस ने बताया कि विजिलेंस चंबा की जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर यह मामला दर्ज किया गया है। आगामी जांच जारी है।