डेस्क: कर्नाटक के उडुपी कॉलेज वीडियो मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर वहां पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि वह महिला आयोग के एक सदस्य के रूप में जांच के लिए यहां आई हैं। उडुपी के पैरामेडिकल कॉलेज के टॉइलट में एक स्टूडेंट का उसकी क्लासमेट्स की ओर से कथित तौर पर वीडियो बनाने के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है।
इस मामले में कॉलेज की तीन छात्राओं शभनाज, अल्फिया और अलीमा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा शौचालय में मोबाइल फोन से साथी छात्रा का वीडियो बनाने के आरोप में तीनों को ‘नेत्र ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ अलाइड हेल्थ साइंसेज’ से निलंबित कर दिया गया है।
महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि घटना ‘बेहद दुखद’ है। उन्होंने कहा कि ‘मैं महिला आयोग के एक सदस्य के रूप में जांच के लिए यहां आई हूं। मैं पुलिस के साथ एक मीटिंग के लिए जा रही हूं और फिर इसमें शामिल लड़कियों से मिलूंगी। साथ ही दूसरी स्टूडेंट्स और कॉलेज अथॉरिटी से मिलकर जानूंगी कि क्या हुआ था।’
बीजेपी ने की गिरफ्तारी की मांग
वहीं, इस मुद्दे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी ने एक हिंदू लड़की के वीडियो बनाने की आरोपी तीन मुस्लिम छात्राओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को राज्यव्यापी विरोध-प्रदर्शन की घोषणा की है।
खुशबू सुंदर ने उडुपी जाने से पहले एक ट्वीट में कहा था, ‘उस मुद्दे को देखने के लिए उडुपी जा रही हूं, जहां कॉलेज के शौचालय में एक छात्रा का उसकी सहपाठी छात्राओं ने वीडियो बनाया था। ऐसी गतिविधियों में बच्चों को शामिल होते देखना बेहद दुखद है। एक महिला आयोग के सदस्य के रूप में मैं मामले को देखूंगी, छात्रों से बात करूंगी, पुलिस से मिलकर कॉलेज का भी दौरा करूंगी। महिलाओं की गरिमा से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है।’