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पुलिस रिमांड में आरोपी की संदिग्ध मौत, परिवार का आरोप- छोड़ने के लिए मांगे 1 लाख रुपये

By Sushama Chauhan

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Summary

डेस्क: राजधानी दिल्ली के थाना सुभाष प्लेस में एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने मृतक की पहचान जहांगीरपुरी निवासी 36 वर्षीय शेख शहादत के तौर पर की है। परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने हिरासत में उसका टॉर्चर किया है। ...

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डेस्क: राजधानी दिल्ली के थाना सुभाष प्लेस में एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने मृतक की पहचान जहांगीरपुरी निवासी 36 वर्षीय शेख शहादत के तौर पर की है। परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने हिरासत में उसका टॉर्चर किया है। मौत को लेकर उठ रहे सवालों के बाबत पुलिस ने बयान जारी किया।

परिवार का आरोप एक लाख रुपये की मांगने का आरोप
डीसीपी जितेंद्र कुमार मीना के मुताबिक, रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे ड्यूटी पर तैनात संतरी ने देखा कि शेख शहादत लंबी-लंबी सांस ले रहा है। उसने तुरंत ड्यूटी ऑफिसर को बताया। पुलिस स्टाफ तुरंत उसे आंबेडकर अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि एक पुलिसकर्मी ने शेख को छोड़ने की एवज में एक लाख रुपये की मांग की थी। इस पर डीसीपी जितेंद्र कुमार मीना का कहना है कि परिवार के इन आरोपों को भी ध्यान में रखकर पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मृतक को आर्म्स एक्ट केस में पकड़ा था
डीसीपी के मुताबिक, 21 जुलाई को सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने शेख शहादत को अन्य चार आरोपियों के साथ आर्म्स एक्ट केस में पकड़ा था। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें 22 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया। मृतक शेख पर 18 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करने के बाद आगे की जांच के लिए एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था, जबकि अन्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इसके बाद 22 जुलाई की शाम शेख की मेडिकल जांच कराई गई और उसे पुलिस थाने लाकर रात को लॉकअप में बंद कर दिया गया था।

परिजनों ने किया हंगामा
वहीं दूसरी ओर शेख शहादत के परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ित करने और एक लाख रुपये की मांग करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने अस्पताल के बाहर भी हंगामा किया। पुलिस के समझाने और निष्पक्ष जांच के आश्वासन पर वे शांत हुए। परिजनों का आरोप है कि जब पुलिस ने शेख को पकड़ा तो वह ठीक था। परिजनों का आरोप है कि वे शेख से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने थाने में उससे नहीं मिलने दिया। परिजनों का दावा है कि 21 जुलाई की रात वह अपने दोस्तों के साथ नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में खाना खाने गए थे। जहां से पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया गया। बताया कि उनके पास से हथियार मिले हैं।

Sushama Chauhan

सुषमा चौहान, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न प्रिंट,ईलेक्ट्रोनिक सहित सोशल मीडिया पर सक्रीय है! विभिन्न संस्थानों के साथ सुषमा चौहान "अखण्ड भारत" सोशल मीडिया पर मोजूदा वक्त में सक्रियता निभा रही है !