धर्मशाला 09 जुलाई : कांगड़ा जिला में आपदा प्रबंधन को और भी सुदृढ़ किया जाएगा यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने रविवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर में राज्य आपदा रिसपॉंस फोर्स के 25 जवानों को गोताखोरी के प्रशिक्षण के लिए वाटर स्पोर्ट्स प्रशिक्षण केंद्र पौंग डैम के लिए रवाना करने के उपरांत दी। इन जवानों का दस जुलाई से 23 जुलाई तक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा।
उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में राज्य की विभिन्न नदियां तथा नाले पूरी उफान पर होते हैं तथा प्रतिवर्ष दर्जनों लोगों की मौत नदी तथा नालों में डूबने तथा बहने के कारण होती है जिला में प्रशिक्षित गोताखोरों की संख्या बहुत कम है जिसके चलते कई बार नदी तथा खड्डों में बहने वाले लोगों का बचाव नहीं हो पाता है। इसी पक्ष को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन के लिए कांगड़ा जिला में ही ज्यादा संख्या गोताखोरी का प्रशिक्षण देने की पहल की गई है ताकि बरसात के दिनों में नदी तथा खड्डों में डूबने वाले लोगों का समय रहते बचाव किया जा सके इसके साथ ही अन्य जिलों में जरूरत पड़ने पर भी इन प्रशिक्षित गोताखोरों को भेजा जा सके।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में आपदा प्रबंधन को लेकर जिला स्तर से लेकर उपमंडल स्तर तक प्लान तैयार किए गए हैं इसमें आपदा प्रबंधन को लेकर विभिन्न स्तरों पर आम जनमानस को प्रशिक्षित भी किया गया है ताकि आपदा के समय स्थानीय स्तर पर सभी लोग प्रशासन का सहयोग कर सकें।
उन्होंने कहा कि आपदा मित्रों को प्रशिक्षित करने के लिए भी वर्ष भर गतिविधियां संचालित की जाती हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बेहतर आपदा प्रबंधन के माध्यम से ही आपदा से होने वाले नुक्सान को कम किया जा सकता है। इस अवसर पर एडीएम रोहित राठौर सहित पुलिस के अधिकारी भी उपस्थित थे।