नाहन, 26 जून : जिला सिरमौर में वर्षा जल संरक्षण योजना के तहत निर्माण कार्यों के संबंध में आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ अतिरिक्त उपायुक्त जिला सिरमौर मनेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया जल शक्ति अभियान के अंतर्गत कैच द रेन मिशन के तहत प्रमोद कुमार (आई आर एस) मुख्य नोडल अधिकारी की अध्यक्षता में केंद्रीय निगरानी दल जिला सिरमौर में तीन दिवसीय 26 से 29 जून तक प्रवास पर है । इस दौरान इस दल के द्वारा विभिन्न जल संरक्षण कार्यों का निरीक्षण किया जाएगा।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि जिला में ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा 1 करोड़ 96 लाख रुपये की लागत से 150 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसमें से 96 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस के अतिरिक्त शेष 54 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य जुलाई 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अंतर्गत नाहन विकासखण्ड में 26, पच्छाद में 61, पांवटा साहिब में 22, राजगढ़ में 19, संगडाह में 20, शिलाई में 6 तथा तिलोरधार में 5 का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पच्छाद तथा पांवटा विकास खण्ड में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा मनरेगा द्वारा अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है जबकि शेष विकास खण्डों में यह कार्य मनरेगा द्वारा पूर्ण किया जा रहा है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि जिला में जल शक्ति विभाग द्वारा भी जल संरक्षण योजना के तहत 2 करोड़ 8 लाख रूपये की लागत से 17 वर्षा जल संरक्षण इकाइयों का निर्माण किया जा रहा है जिसमें से 16 इकाईयों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है एक इकाई का कार्य भी शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त वन विभाग भी अपनी वन भूमि पर जल संरक्षण इकाईयों का निर्माण करवा रहा है। इसके उपरांत निगरानी दल द्वारा ग्राम पंचायत बनकला के गांव कून तथा ग्राम पंचायत सेन की सैर में निर्मित जल संरक्षण स्थलों का निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर निगरानी दल के तकनीकी अधिकारी एन. वीराबाबू, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक मित्तल, अधीक्षण अभियन्ता जल शक्ति विभाग राजीव महाजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।