खान-पान: लीची गर्मी के मौसम में मिलने वाला एक रसदार फल है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। इसमें विटामिन सी, कॉपर, पोटेशियम, एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। ऐसे में इसके सेवन से आंख, दिल, पाचन को दुरुस्त रखने के साथ इंफेक्शन और वायरस से बचाव में भी मदद मिलती है। हालांकि, इसे रोजाना खाने की सलाह नहीं दी जाती है। लेकिन जून-जुलाई के गर्माहट वाले दिनों में इसे खाना फायदेमंद होता है।
पर बाजार से फ्रेश लीची खरीदना इतना आसान नहीं है। दरअसल, ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है, कि ताजे लीची की पहचान क्या होती है? जिसके कारण वो दुकानदार के कहने पर बिना ज्यादा ध्यान दिए लीची घर ले आते हैं, फिर खाते समय उन्हें खराब लीची का भी स्वाद चखना पड़ जाता है। आपके साथ ऐसा न हो इसलिए बाजार जाने से पहले बिना देरी फ्रेश और स्वीट लीची को पहचानने का यह तरीका यहां जान लें।
लीची का कलर चेक करें
लीची के छिलके का रंग गुलाबी-लाल से लेकर बेर के समान कई तरह का हो सकता है। ऐसे में ध्यान रखें कि आप जो लीची उठा रहे हैं, वह हरे रंग का न हो। क्योंकि यह उसके कच्चे होने की निशानी होती है।
ध्यान रहे कि कच्ची लीची पेड़ से तोड़ने के बाद नहीं पकती है। ऐसे में इसे खाना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि अधिक मात्रा में टॉक्सिन्स होता है। हमेशा लाल रंग की लीची ही खरीदें।
दबाकर देखना जरूरी
पके हुए लीची की त्वचा को दबाने पर यह अंदर की ओर धंसता है। लेकिन यदि यह ज्यादा पिलपिला हो तो इसे बिल्कुल भी न लें। क्योंकि ऐसे लीची जरूरत से ज्यादा पके हुए होते हैं। जिसे खाने पर आपके मुंह का टेस्ट भी खराब हो सकता है।
साइज को न करें नजरअंदाज
यदि आप फ्रेश लीची खरीदना चाहते हैं, तो ऐसे पीस को उठाएं जो 1 इंच डायमीटर से ज्यादा बड़ा हो। माना जाता है, कि इस साइज के लीची अच्छी तरह से पके हुए होते हैं, और इसका स्वाद भी बहुत मजेदार होता है।
सूंघकर पता करें लीची की ताजगी
अच्छी तरह से पके हुए लीची से एक अलग तरह की रसीली और मीठी खुशबू आती है, जो आपको गुलाब की तरह लग सकती है। इसमें कोई केमिकल की गंध नहीं होती है। ऐसे में आप समझ गए होंगे आपको फ्रेश लीची के लिए किस तरह की सुगंध को तलाशना है।