लाहौर: लाहौर हाई कोर्ट में लोगों की ओर से की गई खींचतान के कारण पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पैर में दोबारा ‘फ्रैक्चर’ हो गया है। खान की पार्टी के नेताओं ने यह जानकारी दी। पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख खान (70) के काफिले पर हमले के बाद उनका पैर चोटिल हो गया था।
पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल किये गये खान तब जल्द चुनाव कराने की मांग को लेकर इस्लामाबाद की ओर एक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। खान हाल ही में चोट से उबरे थे और अदालतों में पेश हो रहे थे। पीटीआई के सांसद शिबली फराज ने बुधवार को कहा, ‘सरकार की ओर से सुरक्षा मुहैया नहीं कराए जाने के कारण लाहौर उच्च न्यायालय में पेशी के दौरान इमरान खान के पैर में फिर से चोट लगी और फ्रैक्चर हो गया।’
पीटीआई के एक और वरिष्ठ नेता डॉक्टर इफ्तिखार दुर्रानी ने खान के पैर का ‘एक्स-रे’ साझा किया, जिसमें फ्रैक्चर दिख रहा है। दुर्रानी ने एक ट्वीट किया, ‘सारी साजिशें स्पष्ट हैं, जिसका उद्देश्य लोगों को चोट पहुंचाना और श्रीमान खान को खत्म करना है, जो शासकों और उनके मददगारों की करतूतों का पर्दाफाश कर रहे हैं।’ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बृहस्पतिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हुए, जिसने उन्हें राहत प्रदान करते हुए नौ अलग-अलग मामलों में उनकी अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ा दी।
खान मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक की अध्यक्षता वाली इस्लामाबाद उच्च न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ के समक्ष उपस्थित हुए। गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की विभिन्न अदालती सुनवाई से लगातार अनुपस्थित रहने पर अप्रसन्नता जताते हुए उनकी अंतरिम जमानत रद्द करने की बुधवार को चेतावनी दी थी। अदालत ने 18 अप्रैल को आठ मामलों में खान की जमानत तीन मई तक के लिए बढ़ा दी थी।
दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने सात मामलों में 10 दिनों के लिए खान की अंतरिम जमानत बढ़ा दी। अदालत ने खान को स्थायी जमानत के लिए इस अवधि के दौरान संबंधित जिला अदालत में पेश होने का भी निर्देश दिया। इसके अलावा, अदालत ने दो अन्य मामलों में खान की जमानत अवधि नौ मई तक के लिए बढ़ा दी। इससे पहले दिन में, खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें 70 वर्षीय नेता की कार को उनके समर्थकों से घिरा हुआ देखा जा सकता है।