नई दिल्ली: आईपीएल 2023 के एक मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के स्टार विराट कोहली, लखनऊ सुजर जायंट्स के खिलाड़ी नवीन उल हक और मेंटॉर गौतम गंभीर के बीच विवाद सुर्खियों में है। इस पूरे मामले से धाकड़ पूर्व क्रिकेटर्स खफा हैं।
पहले इशारों ही इशारों में महान सुनील गावस्कर ने बैन की बात कही तो अनिल कुंबले ने इसे शर्मनाक बताया तो अब वीरेंद्र सहवाग ने भी तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आप आइकन हैं और ऐसा व्यवहार कैसे कर सकते हैं।
उन्होंने क्रिकबज से बातचीत में कहा- मैं तो मैच देखने के बाद टीवी बंद करके सो गया था। मैंने यह नहीं देखा कि क्या हुआ? लेकिन जब सुबह उठा तो पता चला कि सोशल मीडिया पर बड़ी हलचल मची थी। जो हुआ वो सही नहीं हुआ। जो हार गया वो चला जाए तो जीत गया वो जश्न मनानकर चली जाए। आप इतने बड़े खिलाड़ी हैं। ये आइकन हैं इस देश के। अगर आइकन कुछ करते हैं, कुछ कहते हैं तो इसका असर पड़ता है।
उन्होंने आगे बैन पर बात करते हुए कहा- अगर बीसीसीआई चाहे तो किसी खिलाड़ी को बैन कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो आगे ऐसी लड़ाइयां कम देखने को मिलेंगी, क्योंकि यह सिर्फ इस बार का नहीं है। हर साल में एक बार जरूर ऐसा होता है। प्लेयर हो, सपोर्ट स्टाफ या कोई हो, किसी को ऐसा नहीं करना चाहिए। यह अच्छा नहीं लगता। मैच को बहुत सारे बच्चे देखते हैं और यह खराब चीज है। मेरे बच्चे हैं और वो बेन स्टोक्स (चुटकी लेते हुए) के बारे में जानते हैं। यह गलत है।
दूसरी ओर, मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर पर कहा कि गंभीर पाजी को लेकर हो सकता है कि आगे चलकर लोग उनके आक्रामक रवैये के बारे में बात करें। उन्हीं से उन्हें पहचानें, लेकिन यह गलत है। गंभीर ने दो वर्ल्ड कप जितवाने में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो लोग उनकी अचीवमेंट को भूल जाएंगे। बता दें कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने शानदार गेंदबाजी करते हुए लखनऊ सुपर जायंट्स को सोमवार को 18 रन से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु ने 20 ओवर में 126/9 रन का मामूली स्कोर बनाया। इसके बाद उसने लखनऊ को 19.5 ओवर में 108 रन पर निपटा दिया।
पूर्व भारतीय कोच अनिल कुंबले, ‘आप इस तरह भावनाओं को यहां नहीं दिखा सकते। यह महत्वपूर्ण है कि आपके बीच बातचीत हो लेकिन इस तरह की बहस स्वीकार्य नहीं है। कुछ भी हुआ हो, लेकिन आपको अपने प्रतिद्वंद्वी और मैच का सम्मान करना होगा। एक बार जब मैच समाप्त हो जाता है, आपको हाथ मिलाना होता है और अपनी कटुता को छोड़ देना होता है क्योंकि खिलाड़ी और विपक्षी टीम का सम्मान करना जरूरी है। मैं नहीं जानता कि उनके बीच क्या कहा गया, कुछ चीजें निजी हो सकती हैं लेकिन आप उसको क्रिकेट मैदान पर नहीं चाहते। गौतम और विराट तथा अन्य जो खिलाड़ी इसमें शामिल थे। उसे देखना अच्छी बात नहीं है।