रामपुर बुशहर : इस बार सर्दियों के मौसम में बर्फबारी और बारिश आशा अनुरूप ना होने से कृषि और बागवानी पर आने वाले समय में फर्क पड़ने की संभावना है. क्योंकि सर्दियों में पहाड़ो पर बर्फ कम पड़ने से जल स्त्रोत भी ठीक से रिचार्ज नहीं हो पाएंगे और ना ही भूमि में पर्याप्त नमी रहेगी। ऐसे में गर्मियों के मौसम में जहां पानी की कमी से पेड़ पौधे व फसलें
सूखने की संभावना है वही पेयजल की भी समस्या उत्पन्न होगी।
किसान बागवानों का कहना है कि वर्तमान में भी उन्हें खेती कार्यो को करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नए पौधे लगाने के लिए गड्ढे खोदने हैं तो नमी की कमी से पौधे नहीं रोप पा रहे। इसी तरह तोलिए बनाना व अन्य बागवानी कार्य नमी की कमी के कारण प्रभावित हो रहे है।
शिंगला गांव निवासी लता शर्मा ने बताया समूह में महिलाएं मिलजुल कर के एक दूसरे के खेत में काम करती है। लेकिन इस बार मौसम ठीक नहीं चल रहा , बारिश हो नहीं रही है। ऐसे में काम करने में भी दिक्कत हो रही है. अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं। कि मेहनत का फल मिल ही जाए।
शिंगला गांव निवासी सरला शर्मा ने बताया बारिश की कमी से खेती-बाड़ी करना मुश्किल हो रहा है। बारिश ठीक से नहीं हुई आने वाले गर्मियों के मौसम में पीने के पानी की समस्या होगी। सिंचाई करना तो दूर की बात।
शिंगला गांव निवासी करुणा गौतम ने बताया कि खेत में खुदाई कर रहे हैं लेकिन नमी कम है ,सूखा पड़ा है। बारिश कम हुई है ,ऐसे में उम्मीद कम है कि कुछ फसल हो पाएगी। फिर भी कोशिश कर रहे हैं अपनी खेती कार्य कर रहे है।
खेमचंद ने बताया तौलिये बनाने व पौधे रोपने की कोशिश कर रहे हैं। अब ऐसे सूखे में पौधे कैसे टिक पाएंगे मुश्किल हो गया है। ऐसे में जमीन बंजर पड़ रही है. बागवान गंगाराम ने बताया इस बार मौसम गड़बड़ है ना बर्फ आ रही है और ना बारिश हो रही है। नमी की कमी से जमीन खुदाई कार्य भी मुश्किल हो रहा है।
उरु गांव निवासी गुड्डी देवी ने बताया कि पौधे लगाने थे ,गड्ढे खोद रहे हैं ,लेकिन सूखे के कारण गड्ढे खोदने में दिक्कत आ रही है। भूमि में नमी नहीं होने के कारण मुश्किल होगी, बारिश कम हो रही है ,बर्फ तो आई नहीं।