शिमला : प्रदेश में वोटों की गिनती के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की पांच-पांच वीवीपैट मशीनों की जांच होगी। चुनाव आयोग से आने वाले चुनाव पर्यवेक्षक खुद मतदान केंद्र में जाकर रैंडम सैंपलिंग से ईवीएम चुनेंगे और फिर वीवीपैट से निकली पर्चियों की जांच शुरू की जाएगी।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की जांच भी मतगणना के दिन ही की जाएगी।
मतगणना के दिन वीवीपैट की जांच की प्रक्रिया आरंभ करते समय चुनाव पर्यवेक्षक और चुनाव अधिकारी मौके पर उपस्थित रहेंगे। यह भी देखा जाएगा कि किसी वीवीपैट से किसी एक ही पार्टी के प्रत्याशियों के नाम की पर्चियां तो नहीं निकली है। चुनाव आयोग ने ईवीएम पर बार-बार गड़बड़ी होने के आरोपों से बचने के लिए वीवीपैट की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका से बचा जा सके।