सतौन : श्री रेणुका जी वन मण्डल के अंतर्गत स्वर्णिम वाटिका सतौन में राष्ट्रीय वन शहीद दिवस का आयोजन किया गया, स्वर्णिम वाटिका सतौन में स्व कल्याण सिंह की प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसका हिमाचल प्रदेश के प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) अजय श्रीवास्तव किया गया। 11 सितंबर को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा 2013 में हुई घोषणा के बाद आधिकारिक तौर पर अस्तित्व में आया है। राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पूरे भारत में जंगलों और वन्यजीवों की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिये मनाया जाता है।
वन मण्डल अधिकारी उर्वर्शी ठाकुर ने बताया कि वनों तथा वन्य जीवों की सुरक्षा के लिये अपने जीवन का बलिदान करने वाले शहीद वनकर्मियों की सेवाओं को याद करते हुऐ दो मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तथा वन कर्मी स्व०कल्याण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया तथा पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बलिदान को याद किया गया। शाहिद कल्याण सिंह, 4 मई को आरक्षित वन जामना पबार के जंगल में लगी आग बुझाते समय शहीद हो गये थे।
उन्होंने बताया कि वन कर्मचारी वन अपराधों को रोकने के लिये पूरी शिद्दत से प्रयास करते रहे हैं। वन कर्मी की सजगता से ही वनों तथा वन्य जीवों की सुरक्षा संभव हो रही है। वन अधिकारियों तथा कर्मचारियों की ड्यूटी वन सुरक्षा को लेकर काफी जोखिम भरी होती है। बाबजूद इसके अपनी ड्यूटी को लेकर वन कर्मी पूरी तरह से मुस्तैद रहता है ताकि वनों एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा में किसी प्रकार की कमी न होने पाये। दुर्गम स्थान पर वनों की सुरक्षा करना काफी मेहनत और जोखिम भरा होने पर भी वनों एवं वन्य जीवों की सुरक्षा में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाती है।
वन कर्मचारी अपनी जान की परवाह किये बिना दिनरात वन क्षेत्रों की गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबन्द किये हुऐ है। वन मण्डल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बदौलत ही सिरमौर जिले में वनों एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा व्यवस्था काफी बेहतर है। जहां से भी शिकायतें प्राप्त होती हैं, वन कर्मचारी मौके पर पहुंचकर उनका निराकरण करते हैं तथा अधिकारियों की मदद से आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करते हैं। अरण्यपाल वन वृत नाहन सरिता द्विवेदी द्वारा वनों की सुरक्षा को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
इस अवसर पर प्रधान मुख्य अरण्यपाल ने शहीद वनकर्मी कल्याण सिंह के पुत्र को सरकारी नौकरी में नियुक्ति का पत्र सौंपा। सरकार द्वारा स्वीकृत वित्तीय सहायता राशि जल्दी ही जिला कोष विभाग द्वारा परिवार के खाते में ट्रांसफर की जायेगी।
इस अवसर पर वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने वनों की सुरक्षा में शहीद हुए वन कर्मचारियों को याद किया तथा वनों एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा में किसी प्रकार की आंच न आए, ऐसा दृढ़ निश्चय लिया।
इससे पूर्व श्री रेणुका जी वन मण्डल में वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा तथा राष्ट्रीय वन शहीद दिवस विषय में जागरूकता प्रसार उद्देश्य से विभिन्न स्कूलों में नारा लेखन, चित्रकारी तथा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन कर विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर नाहन वन वृत के समस्त वन मण्डल अधिकारी, वन परिक्षेत्राधिकारी, वन खण्ड अधिकारी, वन रक्षक एवं वन कर्मी उपस्थित रहे।