यूक्रेन की जंग में राष्ट्रपति जेलेंस्की की खुलकर मदद करने वाले पोलैंड को अब रूस के हमले का डर सताने लगा है
पोलैंड यूक्रेन जंग के बीच दक्षिण कोरिया से 1000 K2 टैंक और 600 K9 तोपें खरीदने जा रहा है। इसके अलावा पोलैंड दक्षिण कोरिया से 48 फाइटर भी खरीदने जा रहा है। के9 वही तोप है जिसे भारत ने भी अपनी सेना के लिए दक्षिण कोरिया से सैकड़ों की तादाद में खरीदा है।
यूक्रेन की जंग में राष्ट्रपति जेलेंस्की की खुलकर मदद करने वाले पोलैंड को अब रूस के हमले का डर सताने लगा है। यही नहीं पोलैंड ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति की है और उसका हथियारों का जखीरा खाली हो गया है। इन दोनों ही संकटों से निपटने के लिए अब पोलैंड अब दक्षिण कोरिया से करीब 1000 टैंक, 600 के9 तोपें और दर्जनों फाइटर जेट खरीदने जा रहा है। पोलैंड के रक्षा मंत्रालय ने हथियारों को खरीदने की अपनी योजना का ऐलान किया है। यह वही तोप है जिसे भारतीय सेना भी इस्तेमाल करती है।
बताया जा रहा है कि पोलैंड की ओर से बुधवार को इस महाडील का ऐलान किया जा सकता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस डील के तहत पोलैंड दक्षिण कोरिया से 980 के2 मॉडल टैंक, 648 अत्याधुनिक स्वाचालित K9 तोपें और 48 FA-50 फाइटर जेट खरीदने जा रहा है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह पूरी डील कितने अरब डॉलर की है। पोलैंड को इस साल के आखिर तक 180 के 2 टैंक कोरियाई कंपनी हुंडई रोटेम की ओर से बनाकर मुहैया कराई जाएगी। ये टैंक 120 एमएम के ऑटो लोडिंग गन से लैस होंगे।
इसके अलावा 800 अपग्रेड किए हुए टैंक साल 2026 से दक्षिण कोरिया में बनने शुरू होंगे। वहीं शुरू के 48 के9 तोप का निर्माण हानवहा डिफेंस की ओर से इस साल किया जाएगा जो पोलैंड को इस साल तक मिल जाएगी। वहीं 600 अतिरिक्त तोपों की आपूर्ति साल 2024 से शुरू होगी। साल 2025 से इन तोपों का निर्माण पोलैंड में ही शुरू हो जाएगा। दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ये हथियारबंद वाहन सोवियत जमाने के टैंक की जगह लेंगे जिसे पोलैंड ने अब यूक्रेन को रूस के खिलाफ जंग में दान कर दिया है।
रक्षा मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पोलैंड के रक्षा मंत्री ने 22 जुलाई को ट्वीट करके कहा था कि यह डील पोलैंड की सुरक्षा और सेना की ताकत को काफी हद तक बढ़ा देगी। दक्षिण कोरिया की सेना के रिटायर जनरल चून इन बम ने कहा कि पोलैंड के साथ दक्षिण कोरिया की यह डील एक बार में किया गया अब तक का सबसे बड़ा निर्यात सौदा है। उन्होंने दक्षिण कोरिया के इन हथियारों की जमकर प्रशंसा की। जनरल चून ने कहा कि दक्षिण कोरिया की के9 तोप संभवत: दुनिया का सबसे अच्छा आर्टिलरी सिस्टम है। इसके टक्कर में केवल जर्मनी की तोप ही आती है।
जनरल चून ने कहा कि एफए-50 विमान टी-50 का लड़ाकू वर्जन है जो दुनिया में सबसे अच्छा ट्रेनिंग देने वाला विमान माना जाता है। के2 टैंक का ताजा संस्करण अभी दक्षिण कोरिया में सबसे अच्छा हथियार है। दक्षिण कोरिया अपने हथियारों के निर्यात को लगातार बढ़ावा दे रहा है। अमेरिका और नाटो देश अब चाहेंगे कि साउथ कोरिया अपने हथियारों के निर्यात को बढ़ाए। दक्षिण कोरिया की के9 तोप की भारतीय सेना भी मुरीद है और चीन तथा पाकिस्तान से निपटने के लिए उसे सैकड़ों की तादाद में खरीद रही है।