शोध के मुताबिक 5 दुकानें ऐसी थीं जहां जिंदा या काटकर पशु बेचे जाते थे और माना जा रहा है कि यहीं से कोरोना वायरस इंसानों में फैला।
विश्वभर में कहर मचाने वाले कोरोना वायरस का स्रोत क्या है, इसका खुलासा अब लगभग हो गया है। दो नए शोध में पता चला है कि चीन में वुहान का पशुओं का बाजार इसका केंद्र था। यही नहीं वुहान बाजार से एक नहीं बल्कि कोरोना के दो वायरस इंसानों में फैले थे।
दुनियाभर में करोड़ों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस के स्रोत पर बड़ा खुलासा हुआ है। एक नए शोध में शोधकर्ताओं का मानना है कि इस बात की पूरी संभावना है कि दो अलग-अलग कोरोना वायरस चीन के वुहान बाजार में जिंदा बेचे जाने वाले पशुओं में फैल रहे थे। यही से इंसानों में इसका प्रसार हुआ और विश्वभर में यह महामारी फैली। इससे पहले जून महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सिफारिश की थी कि वैज्ञानिक लैब लीक समेत
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक दो नए शोध में बिल्कुल अलग ही रवैया अपनाया गया लेकिन दोनों में एक ही निष्कर्ष निकला। यह निष्कर्ष था चीन के वुहान शहर का हुआनान सीफूड मार्केट। इस बात की सबसे ज्यादा संभावना है कि यह बाजार ही कोरोना वायरस का केंद्र था। यह शोध मंगलवार को जर्नन साइंस में प्रकाशित हुआ है। एक शोध में दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने मैपिंग टूल और सोशल मीडिया रिपोर्ट का इस्तेमाल किया। उन्होंने पाया कि हालांकि ठीक-ठीक परिस्थितियों का पता लगाना बहुत मुश्किल है लेकिन वुहान के बाजार में जिंदा बेचे जाने वाले जानवरों में संभवत: साल 2019 के अंतिम दिनों में ही यह वायरस मौजूद था।
ये पशु एक-दूसरे के बहुत पास-पास रखे गए थे जिससे बहुत आसानी से उनमें वायरस का आदान- प्रदान हो सका। हालांकि इस शोध में अभी यह पता नहीं लगाया जा सका है कि कौन सा पशु पहले बीमार हुआ। शोधकर्ताओं ने यह पता लगाया कि शुरुआती कोविड 19 के मामले वुहान बाजार के वेंडर्स में केंद्रीत थे। ये वेंडर्स ही इन जिंदा जीवों को बेचते थे। इनके अलावा वे भी लोग भी शुरू में कोरोना का शिकार हुए जो इस बाजार से सामान खरीदते थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि दो अलग-अलग वायरस पशुओं में प्रसारित हो रहे थे। यही वायरस पशुओं से इंसानों में फैल गया।
शोध में कहा गया है, ’20 दिसंबर के पहले दर्ज किए गए सभी 8 मामले बाजार के पश्चिमी हिस्से की ओर थे। इसी इलाके में पशु भी बेचे जाते थे।’ शोध के मुताबिक 5 दुकानें ऐसी थीं जहां जिंदा या काटकर पशु बेचे जाते थे और माना जा रहा है कि यहीं से कोरोना वायरस इंसानों में फैला। शोध के सह लेखक क्रिस्टेन एंडर्सन ने कहा कि इन दुकानों का पता लगाना बहुत ही खास है। एक अन्य सहलेखक अमेरिकी वैज्ञानिक माइकल वोरोबे ने कहा कि इन मामलों की जांच में एक असाधारण पैटर्न का पता लगा जो बहुत साफ था।
शोधकर्ताओं ने उन लोगों के मामलों की जांच की जिनका वुहान बाजार से कोई संबंध नहीं था और उनकी भी जांच की जो वुहान बाजार में काम करते थे या उसके आसपास ही रहते थे। इसमें पाया गया कि वायरस पहले उन लोगों में फैला जो वहां काम करते थे, इसके बाद उसने स्थानीय समुदाय में हर तरफ फैलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि ये वेंडर स्थानीय दुकानों पर जाते थे और वहां उन्होंने लोगों को संक्रमित कर दिया। इससे यह हर तरफ फैलता चला गया।