नाहन : जिला सिरमौर की हर पंचायत में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत एक मॉडल किसान तैयार किया जाएगा। मॉडल किसान शत-प्रतिशत प्राकृतिक खेती करेगा और उसके खेतों में मल्टी फार्मिंग करवाई जाएगी। इस प्रकार के कदम से पंचायत के अन्य किसानों का भी प्राकृतिक खेती की तरफ रुझान बढ़ेगा। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने आज कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण द्वारा आयोजित गवर्निंग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि सिरमौर के किसान प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर खुशहाली के पथ पर अग्रसर हो रहे हैं। जिला में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। विभाग द्वारा गत तीन वर्षाे में 400 से अधिक प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया, जिसके अर्न्तगत 16000 से अधिक किसानो को प्रशिक्षण प्रदान किया गया और अब तक 10324 किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाया गया है। जिला में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत 1029 हेक्टेयर भूमि पर रसायन मुक्त प्राकृतिक तरीके से कृषि की जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती द्रव्य उत्पादन हेतु प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत या अधिकतम 750 रूपये प्रति ड्रम के हिसाब एक किसान को 3 ड्रम खरीदने पर अनुदान दिया जाता है। इसी तरह, गौशाला फर्श निर्माण पर 80 प्रतिशत या अधिकतम 8000 रुपये का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि देसी गाय की खरीद पर सरकार द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत या अधिकतम 25000 रुपये अनुदान दिया जाता है।
उपायुक्त ने बैठक में परियोजना निदेशक साहिब सिंह को जिला के सभी दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों को अधिक से अधिक ट्रेनिंग देने और किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने बताया कि जल्द ही सिरमौर में प्राकृतिक उत्पादों के बिक्री के लिए एक आउटलेट खोला जाएगा जिसमें जिला सिरमौर के सभी प्राकृतिक खेती अपना चुके किसानों के उत्पादों को भेजा जाएगा। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर मनेश कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।