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13 युवाओं के कंधों पर सजे सितारे, ऑर्डर ऑफ मेरिट में मंडी के केतन को ब्रांज मेडल

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आईएमए से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर वतन की रक्षा के लिए मर-मिटने की शपथ लेकर 288 युवा अफसर शनिवार को थलसेना का अभिन्न अंग बन गए। इनमें 13 जवान हिमाचल प्रदेश के हैं

शिमला/देहरादून/केलांग/रंगस /नादौन: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड के बाद सेना को 288 युवा अफसरों की जांबाज टोली मिल गई। इनमें 13 जवान हिमाचल प्रदेश के हैं। सेना की दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह ने बतौर निरीक्षण अधिकारी परेड की सलामी ली। आईएमए से सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर वतन की रक्षा के लिए मर-मिटने की शपथ लेकर 288 युवा अफसर शनिवार को थलसेना का अभिन्न अंग बन गए। इनमें सैनिक बहुल प्रदेश उत्तराखंड के 33 युवा भी शामिल हैं। वहीं, सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के 50 कैडेट्स भी पासआउट हुए। आठ मित्र देशों के 89 जेंटलमैन कैडेट्स भी पासआउट होकर अपने-अपने देश की सेनाओं में शामिल हो गए हैं।

ऑर्डर ऑफ मेरिट में मंडी के केतन को ब्रांज मेडल, लाहौल जिले के दूसरे सैन्य अधिकारी बने तेंजिन

परेड में देश-विदेश के 377 कैडेट्स ने शिरकत की। कोर्स के हरफनमौला जेंटलमैन कैडेट बिहार के समस्तीपुर निवासी मौसम वत्स को प्रतिष्ठित सोर्ड ऑफ ऑनर और ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर निवासी नीरज सिंह पपोला को गोल्ड मेडल से नवाजा गया। पासिंग आउट परेड में बिहार के समस्तीपुर निवासी मौसम हीरो रहे। उन्होंने न सिर्फ परेड का नेतृत्व किया बल्कि प्रतिष्ठित सोर्ड ऑफ आनर भी प्राप्त किया। इसके अलावा ऑर्डर ऑफ मेरिट में दूसरा स्थान प्राप्त कर सिल्वर मेडल भी हासिल किया। हिमाचल प्रदेश के मंडी निवासी केतन पटियाल को ऑर्डर ऑफ मेरिट में तीसरा स्थान मिलने पर ब्रांज मिला। लाहौल घाटी के तेंजिन रपडिंगबा एनडीए की राष्ट्रीय सुरक्षा परीक्षा पास कर भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। वह बिलिंग के जिग्मेद दोरजे के बाद लाहौल-स्पीति के दूसरे सैन्य अधिकारी बने हैं। लाहौल के रपडिंग गांव के रहने वाले तेंजिन ने इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून में पासिंग आउट कर भारतीय थल सेना की 11 मेकेनाइज्ड बटालियन को ज्वाइन किया है। तेंजिन ने सुजानपुर टिहरा स्थित सैनिक स्कूल से जमा दो की परीक्षा पास की है। उनके पिता जगदीश कुल्लू से उपशिक्षा निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।

जोलसप्पड़ के 22 वर्षीय अनीश ने चमकाया नाम, चौपाल के अनिरुद्ध का सपना हुआ पूरा 

ग्राम पंचायत जोलसप्पड़ के गांव कोहला प्लासड़ी के 22 वर्षीय अनीश शनिवार को भारतीय सेना अकादमी देहरादून में लेफ्टिनेंट के पद से नवाजे गए। अनीश के पिता प्रवीण कुमार भारतीय सेना से बतौर कैप्टन सेवानिवृत्त हुए हैं। शनिवार को देहरादून स्थित भारतीय सेना अकादमी के आधिकारिक सैन्य कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट के रूप में भारतीय सेना में अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया। अनीश के पिता भी भारतीय सेना से कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और चाचा पवन कुमार वर्तमान में भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के गांव थरौच तहसील चौपाल जिला शिमला निवासी लेफ्टिनेंट अनिरुद्ध सिंह को सितारे लगाने के बाद पिता मोहन केस्टा और माता विजय कुमारी भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। पिता मोहन शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए। माता विजय कुमारी भी शिक्षक हैं। मोहन ने बताया कि बेटे अनिरुद्ध का सेना में जाने का रुझान बाल्यकाल से ही था। उनके एक मित्र एवं रिश्तेदार कर्नल एचएस चौहान का घर पर आना जाना था। अनिरुद्ध को उनसे भी सेना में अफसर बनने की प्रेरणा मिली।

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