शिमला : विधानसभा चुनाव से पहले स्वास्थ्य विभाग में 780 आशा वर्कर तैनात की जाएंगी। प्रदेश सरकार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 20 सितंबर से पहले आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। जिला शिमला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा 185 जबकि सोलन में 102 आशा वर्करों की तैनाती की जानी है। ग्रामीण क्षेत्रों में आठवीं जबकि शहरी क्षेत्रों में महिलाओं का दसवीं पास होना अनिवार्य किया गया है। 25 से 45 साल आयु वर्ग की महिलाएं आशा वर्कर बनने के लिए आवेदन कर सकेंगी।
जिलों में आशा वर्करों की तैनाती को लेकर इच्छुक अभ्यर्थियों से आवेदन मांगने शुरू भी कर दिए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी शहरी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के पास आवेदन किए जा सकेंगे। हिमाचल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत इनकी तैनाती की जाएगी।
वर्तमान में 7,964 आशा वर्कर हैं। 780 नई वर्करों की तैनाती से इनकी संख्या 8,744 हो जाएगी। एनएचएम के निदेशक हेमराज बैरवा ने कहा कि आशा वर्करों की तैनाती होने से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को फायदा होगा। घर-द्वार पर मरीजों को प्राथमिक उपचार मिल सकेगा।