स्वास्थ्य : ध्यान रहे कि यह एक लाइलाज बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल रखा जा सकते है और वो भी हेल्दी डाइट के जरिए, नूट्रिशनिस्ट ने कुछ खाद्य पदार्थ बताए हैं, जो आपके मदद कर सकते हैं।
थाइरॉयड एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। दुर्भाग्यवश इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है। इसे सिर्फ कंट्रोल रखकर ही स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। थाइरॉयड एक हार्मोन होता है जिसे आपकी थाइरॉयड ग्रंथि बनाती है। इस हार्मोन के ज्यादा या कम बनने से आपके शरीर में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
हाइपरथायरायडिज्म वो स्थति है जिसमें यह हार्मोन ज्यादा बनता है जबकि हाइपोथायरायडिज्म वो स्थति है जिसमें ग्रंथि बहुत कम या इस हार्मोन को बनाना ही बंद कर देती है। थाइरॉयड को कंट्रोल रखने के लिए डाइट का ध्यान रखना जरूरी है। अवार्ड विनिंग नूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा आपको घर में आसानी से मिलने वाले कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में बता रही हैं, जो थाइरॉयड को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
कद्दू के बीज जिंक का एक बढ़िया स्रोत हैं, जो T4 को एक्टिव T3 में बदलने के लिए जरूरी हैं। अगर आप थाइरॉयड के मरीज हैं, तो आपको इसे डाइट में शामिल करना चाहिए। करी पत्ता कॉपर का एक अच्छा स्रोत है जो थायरोक्सिन हार्मोन टी4 के उत्पादन को बढ़ाता है और शरीर के कैल्शियम लेवल को कंट्रोल करके ब्लड सेल्स में टी4 के अधिक अवशोषण को रोकता है।
सब्जा के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो अच्छे मेटाबॉलिज्म को बनाए रखते हैं। इतना ही नहीं, यह छोटे-छोटे बीज थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। राजगीरा सेलेनियम का एक बढ़िया स्रोत है, जो T4 को T3 में बदलने के लिए जरूरी है, क्योंकि डिओडिनेज एंजाइम सेलेनियम पर निर्भर होते हैं।
मूंग दाल बीन्स की तरह आयोडीन प्रदान करता है और मूंग के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि वे सभी बीन्स में पचाने में सबसे आसान हैं। यही वजह है कि यह थायराइड के लिए सबसे बेस्ट फूड है। दही भी आयोडीन का एक बड़ा स्रोत है। यह एक प्रोबायोटिक सुपरफूड भी है, जो आंतों के स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है। यह जरूरी है क्योंकि कई थायरॉयड समस्याएं ऑटोइम्यून बीमारी के कारण होते हैं। ध्यान रहे कि इम्यून पावर को ठीक करने के लिए जरूरी है कि पहले आप आंतों को ठीक करें।
अनार में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो शरीर से मुक्त कणों को हटाने में मदद करते हैं, जिससे सूजन कम होती है। अनार के सेवन से आपकी थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को बढ़ावा मिलता है।