लाहौल स्पीति : ऊंचे पर्वत मानेरंग एक्सपीडशन (6593 मीटर) को भारतीय सेना के डोगरा स्काउट के जवानों ने फतह कर लिया है। 18 सदस्यीय दल ने 16 जुलाई को पर्वत की चोटी पर तिरंगा लहराया। चोटी फतह करने के बाद स्काउट दल 22 जुलाई को वापस समुदो पहुंच चुका है।
बता दें कि 4 जुलाई को भारतीय सेना के डोगरा स्काउट के जवानों का 18 सदस्यीय दल लाहौल स्पीति के ऊंचे पर्वत मानेरंग एक्सपीडशन की चढ़ाई पर निकला था। इस दल में 2 ऑफिसर, 2 JCO और 14 अन्य रैंक के अधिकारी शामिल थे। कमांडर ट्राई पीक्स ब्रिगेड ने हरी झंडी देकर रवाना किया था।
पर्वत फतह कर लौटी टीम ने बताया कि चढ़ाई के दौरान उन्हें कड़ी चुनौती भरे ट्रैक से होकर गुजरना पड़ा। इस दौरान रास्ते में बर्फीली व संकरी पगडंडियों का भी सामना करना पड़ा। बताया कि 16 जुलाई को दल पर्वत के पीक पर पहुंचा था। जहां पर दल ने तिरंगा फहराया। उसके बाद वहां से वापसी की। 22 जुलाई को दल के सभी सदस्य सही-सलामत समुदो पहुंच गए।
हालांकि इससे पहले भी डोगरा स्काउट दल मानेरंग पर्वत का ट्रैक कर चुका है। पर्वत फतह कर लौटते समय दल ने कवांग और क्युलिंगस गांव में डोगरा स्कॉउट और काजा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल कैंप का आयोजन किया। इस कैंप में 74 लोगों मे स्वास्थ्य चेक किया गया।