धर्मशाला : शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि प्रदेश के 1,057 स्कूलों को भारी बारिश से नुकसान हुआ। मानसून सीजन के दौरान आई प्राकृतिक आपदा के चलते स्कूल क्षतिग्रस्त होने से विभाग को 69.27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। 51 स्कूल पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इन स्कूलों को ठीक करना विभाग की पहली प्राथमिकता है। स्कूलों की मरम्मत के लिए पैसा जल्द जारी किया जाएगा। वित्त विभाग से और बजट लेने के प्रयास भी जारी है।
शीत सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक विनोद कुमार ने स्कूलों की अभी तक मरम्मत नहीं होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि नाचन विधानसभा क्षेत्र में 20 स्कूलों को क्षतिग्रस्त बताया गया है जबकि क्षतिग्रस्त हुए स्कूलों की संख्या अधिक है। शिक्षा विभाग की ओर से दिया गया जवाब तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि एक प्राइमरी स्कूल का काफी हिस्सा बरसात में बह गया है। बच्चों को खिड़कियों से होकर जाना पड़ रहा है।
उपनिदेशक मंडी और शिक्षा मंत्री के ध्यान में इस मामले को लाया गया लेकिन, अभी तक बजट का प्रावधान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि खड्ड में पानी अधिक मात्रा में आने के चलते एक प्राइमरी और मिडल स्कूल को तीन किलोमीटर दूर अन्य स्कूल में शिफ्ट किया गया था। अब बरसात थम गई है। ऐसे में बच्चों को वापस पुराने स्कूल में शिफ्ट करना चाहिए।
नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि असुरक्षित हो चुके स्कूलों में बच्चों को बैठाना नहीं चाहिए। इससे खतरा हो सकता है। बच्चों को युवक और महिला मंडल के भवनों में बैठाया जा रहा है। सरकार को जल्द पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। उन्होंने सरकार से असुरक्षित स्कूल भवनों की जांच के लिए टीम भेजने का आग्रह किया। जवाब में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि नाचन में बच्चों को अन्य स्कूल में शिफ्ट करने के मामले की जानकारी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी स्कूल के असुरक्षित होने की सूचना विभाग के पास नहीं है। इसकी पड़ताल के लिए जल्द ही कमेटी बनाकर रिपोर्ट मांगी जाएगी।