नाहन, 17 अगस्त: उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पूरे हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से बहुत नुकसान हुआ है और पिछले 50 सालों में ऐसी बारिश नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण भू-स्खलन और बाढ़ आने के कारण राज्य मुख्यालय शिमला सहित प्रदेश के कई भागों में लोगों को जान माल का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से प्रदेश में करीब दस हजार करोड़ रुपये की क्षति हुई है जबकि सिरमौर जिला में नुकसान का आंकड़ा 350 करोड़ रुपये से ऊपर हो गया है।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु स्वयं राहत एवं बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रदेश में 75 हजार पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 95 प्रतिशत सड़क, पेयजल और बिजली आदि जन सेवा योजनाआं को बहाल किया गया है। उन्होंने कहा कि निजी रूप में संपति को, घरों, ख्त, बगीचें और कृषि और बागवानी भूमि को नुकसान पहुंचा है जिसकी भरवाई राहत मैन्युअल के अनुरूप शीघ्र की जायेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य के रीलीफ मैन्यूयल को संशोधित किया है ताकि नुकसान की अधिक से अधिक भरपाई हो सके। उन्होंने कहा कि जहां पहले मकान के नुकसान पर बहुत थोड़ी राशि मिलती थी वहीं अब इसे बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है। इसी प्रकार खेतों को हुये नुकसान को मुआवजे को 500 रुपये से बढ़ाकर पांच हजार किया गया। पशुधन के नुकसान के मुाअवजे को पांच हजार से बढ़ाकर 55 हजार रुपये तक किया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में हम उम्मीद करते हैं कि केन्द्र सरकार सहानुभूतिपूर्व रवैया अपनाते हुए प्रदेश को उदार अनुदान प्रदान करेगी।