भारत में 18वीं लोकसभा संसद को लेकर अप्रैल-मई में चुनाव होने की उम्मीद है। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त हो जाएगा।
वर्तमान कार्यकाल के अंदर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने केंद्र सरकार बनाई, जिसमे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। इस बार भी लोकसभा चुनाव लड़ने वाले 6 राष्ट्रीय दल है। जिनमे भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, नेशनल पीपुल्स पार्टी और आम आदमी पार्टी है। इन 6 पार्टियों में बीजेपी और कांग्रेस चुनाव के मुख्य दावेदार नजर आ रहे है। जिनमे आमने सामने का मुकाबला देखा जाएगा।
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आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जहां पार्टियों की रणनीतियां तैयार हो गई है वही पार्टियों के दिग्गज धीरे-धीरे चुनावी रण में साम, दाम, दण्ड, भेद की रणनीति पर कार्य कर रहे है। यहां बीजेपी के पास अपने 10 साल की बेमिसाल उपलब्धियां है। तो वहीं कांग्रेस सहित अन्य चार दल बीजेपी की नाकामियों को जनता के सामने गुपचुप तरीके से रखना शुरू कर रहे हालांकि अभी आदर्श आचार संहिता लगने में अधिक समय बाकी नहीं है। इसलिए भारत देश के अन्दर चुनावी गर्माहट से हर गली कूचे के चुनावी चर्चाओं सहित केंद्र सरकार के कार्यकाल की चर्चाएं आम हो गई है। और राजनीतिक नेता इन्ही चर्चाओं से चुनावी चाल के माध्यम से जीत का फैसला कम करते नजर आ रहे है।
भारत में लोकसभा चुनाव होता है इन तरीकों से संपन
लोकसभा चुनाव के माध्यम से भारत के अंदर केंद्रीय सरकार का शासन स्थापित होता है। सामान्य तौर पर हर पांच वर्षों बाद भारत में लोकसभा चुनाव के माध्यम से बहुमत मिलने वाली पार्टी की सरकार स्थापित होती है। लेकिन यदि कोई आपातकाल हो या सरकार की करनी और कथनी से जनता सफर हो जाएं तो ऐसी स्थिति में सरकार गिर सकती है। और फिर से नई सरकार को बनाने की प्रक्रिया समय अवधि से पहले पूर्ण करवाई जा सकती है। यहां राष्ट्रपति द्वारा भी पहले विघटित किया जा सकता है।
ऐसे संपन्न होते है भारत में लोकसभा चुनाव
भारत देश के अंदर लोकसभा सदस्य अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक वयस्क सार्वभौमिक मताधिकार और एक सरल बहुमत प्रणाली द्वारा चुने जाते हैं। और यह सदस्य पांच साल या जब तक राष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्रिपरिषद की सलाह पर सदन को भंग नहीं कर देते, तब तक वे अपनी सीटों पर बने रहते हैं। यह एक चुनावी प्रक्रिया रहती है। जिसमे देश की जनता जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी है। अपना बहुमूल्य वोट देकर संपन्न करती है।
भारत में लोकसभा चुनाव होने के बाद आते है इतने सांसद
भारतीय संविधान में अनुच्छेद 79 के प्रावधान अनुसार, लोकसभा संसद का निचला सदन है। लोकसभा वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा चुने गए लोगों के प्रतिनिधियों से बनी है। संविधान द्वारा परिकल्पित सदन की अधिकतम संख्या 552 है। यह जनसंख्या देश में राज्य और लोकसभा क्षेत्र बढ़ने पर स्वतः बढ़ जाते है। लेकिन वर्तमान में सदन के अंदर कुल 552 सदस्य है।
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भारत के अंदर निर्वाचित लोकसभा कार्यकाल में होते है इतने सत्र
भारत की संसद के एक वर्ष में 4 सत्र रहते हैं। संसद के प्रत्येक सदन का अपना एक पीठासीन अधिकारी होता है। राज्यसभा में इसे सभापति या लोकसभा अध्यक्ष कहा जाता है। इसी प्रकार राज्य विधानमंडल के प्रत्येक सदन का अपना एक पीठासीन अधिकारी होता है। विधानसभा में इसे अध्यक्ष तथा विधानपरिषद में सभापति कहा जाता है। इस तरह भारत देश के अंदर लोकसभा सरकार स्थापित की जाती है। जो अगले पांच सालों तक देश की व्यवस्था के साथ विकास के नए आयाम स्थापित करती है। बहरहाल भारत देश के अंदर लोकसभा चुनाव को लेकर गर्माहट है। और चुनाव आयोग भारत में 18वीं लोकसभा संसद को स्थापित करने के लिए तैयारियों में नजर आ रहा है।