सोलन : कांग्रेस और भाजपा के बीच छिड़ी जुबानी जंग पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार किया है। सोलन में पत्रकारों से अनौपचारिक बात में मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार का जिक्र मैंने कभी नहीं किया। कांग्रेस नेता ओक ओवर को खाली करने की बात कह रहे हैं। उनके कहने से तो खाली नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक व्यवस्था के मुताबिक यहां पर मुख्यमंत्री के तौर पर हूं। ये मुख्यमंत्री का आवास है। मुझसे भी पहले मुख्यमंत्री वहीं रहते थे, तो इसलिए जब तक हमारी सरकार है तब तक मैं यहां हूं। उसके बाद जिसकी सरकार होगी वो रहेगा।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस नेता घुमाने की कोशिश कर रहे हैं, मै उन सभी बातों में जाना नहीं चाहता। उन्होंने बिना नाम लिए अग्निहोत्री पर निशाना साधा कहा कि उनकी जुबान की जो तहजीब है, उससे उन्हीं का दल परेशान है। उन्होंने कहा कि उनके वरिष्ठ नेताओं के फोन मुझे आए। उन्होंने कहा कि जो मुकेश ने कहा है हम उससे सहमत नहीं है। वह उनका अपना निजी मत है।
जो बातें वह कह रहे हैं वह आज तक हुई नहीं है। वह हिमाचल का कल्चर नहीं है। उनको इस बात को समझना चाहिए। वहीं पुलिस भर्ती मामले पर पूछे गए सवाल में सीएम ने कहा कि छानबीन अंतिम चरण में है। मामला सीबीआई को भी दिया था ताकि कोई उंगली उठाने लायक न रहे। जैसे ही मामला सामने आया था हमने भर्ती रद्द कर दी थी। अब दोबारा से पूरी पारदर्शिता के साथ पेपर करवाया जाएगा।
असभ्य और असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे अग्निहोत्री : रणधीर
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने विपक्ष के नेता पर असभ्य और असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। कहा कि मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे थे, उन्हें कांग्रेस के संगठन के पुनर्गठन के समय कोई तरजीह नहीं दी गई। इससे निराश और हताश हैं। इसी बौखलाहट में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रति असभ्य शब्दों और असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष को सरकार की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन आलोचना तथ्यों के आधार पर हो और आरोप प्रमाण सहित लगाए जाएं तो ही लोकतंत्र में विपक्ष की सही भूमिका निभाई जा सकती है। मुकेश जिस भाषा का प्रयोग कर मुख्यमंत्री की आलोचना कर रहे हैं, उससे लोकतंत्र की मर्यादाओं को ठेस पहुंचती है। जयराम को दुर्घटना से बने मुख्यमंत्री कहने वाले मुकेश को यह नहीं भूलना चाहिए कि वे सीएम जयराम की वजह से ही विपक्ष के नेता की सुख-सुविधाएं भोग रहे हैं।