कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी पर आय से अधिक संपत्ति व मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। ये खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने आरटीआई और एडीआर रिपोर्ट के माध्यम से किया है।
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आय से अधिक संपत्ति के मामले में घिरे कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी
आय से अधिक संपत्ति के मामले में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी घिर गए हैं। उनकी आय के लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने आरटीआई और एडीआर रिपोर्ट के माध्यम से खुलासा किया है कि पिछले 15 साल में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी करोड़ पति हो गए। उनके देहरादून और हरिद्वार में दस से अधिक प्लाट और फैक्ट्री हैं।
एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक गणेश जोशी ने विधायक और मंत्री रहते हुए सिर्फ 36 लाख का वेतन लिया। लेकिन उन्होंने 2022 के चुनाव में जो हलफनामा दिया उसमें अपनी आय नौ करोड़ बताई है। एडवोकेट विकेश नेगी का कहना है कि मंत्री जोशी ने आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने इस मामले की विजिलेंस और प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायत की है।
पद का दुरुपयोग कर अर्जित की आय से अधिक संपत्ति
एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक 2007 के चुनाव में गणेश जोशी ने जो हलफनामा दायर किया था। उसमें कुल 42 लाख की संपत्ति दर्शायी थी। मजेदार बात ये है कि गणेश जोशी ने 2011 में जो आयकर रिटर्न भरा, उसमें अपनी आय महज तीन लाख 90 हजार 692 रुपये दर्शाई। साल 2012 के चुनाव में जो हलफनामा दिया गया था उसमें उन्होंने बैंकों में अपनी जमा पूंजी लगभग 13 लाख बतायी।
एफडी और एनएससी से दस लाख की आय दिखाई। बच्चों की शिक्षा पर ऋण समेत 29 लाख 93 हजार का कर्ज दिखाया। चुनाव में गणेश जोशी ने 2012 में 9 लाख 55009, 2017 में 24 लाख 2 हजार 600 रुपये और 2022 में 29 लाख 99 हजार 222 रुपए का खर्च दर्शाया है।